गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि, भारत दौरे के क्या है मायने, जानें पूरा शेडयूल?
नई दिल्ली । भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि होंगे, लेकिन गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने से पहले राष्ट्रपति मैक्रों 25 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी के साथ जयपुर के ऐतिहासिक आमेर किले में जाएंगे।
16वीं शताब्दी से स्थापित आमेर किले को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। पीएम मोदी के साथ इमैनुएल मैक्रॉन भी गुलाबी शहर को देखने के लिए पैदल त्रिपोलिया गेट जाएंगे. इमैनुएल मैक्रों और पीएम मोदी का रोड शो भी होगा, जिसके बाद दोनों रामबाग पहुंचेंगे. दोनों साथ में डिनर करेंगे. इसके बाद दोनों एक साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगे. प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ कई मंत्री, विज्ञान और संस्कृति से जुड़े कई सीईओ भी भारत आएंगे।
यह दौरा रक्षा समझौते के लिए भी अहम होगा
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का भारत दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाला है. मैक्रॉन और पीएम मोदी जयपुर में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सौदा हो सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत और फ्रांस सैन्य औद्योगिक साझेदारी करने जा रहे हैं. इसमें सैन्य विनिर्माण को मजबूत किया जाएगा. भारत और फ्रांस के बीच संयुक्त रक्षा अभ्यास को बढ़ाने पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है. हाल ही में भारत-फ्रांस संयुक्त अभ्यास ‘वरुण-2023’ का पहला चरण 16 से 20 जनवरी 2023 तक गोवा के समुद्र तटों पर हुआ। एक और भारत-फ्रांसीसी संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘फ्रिंजेक्स-23’ 7 से 8 मार्च 2023 तक केरल के पैंगोड सैन्य स्टेशन में हुआ।
गणतंत्र दिवस पर फ्रांस की सेना भी हिस्सा लेगी
फ्रांसीसी राष्ट्रपति के सम्मान में गणतंत्र दिवस 2024 परेड में फ्रांसीसी सैन्य दल भी हिस्सा लेगा। 95 जवानों की एक टुकड़ी ड्यूटी पर मार्च करेगी. भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के 2 राफेल लड़ाकू विमानों के साथ एमआरटीटी विमान भी फ्लाइंग पास्ट का हिस्सा होंगे।
भारत-फ्रांस के आर्थिक रिश्ते बहुत मजबूत
फ्रांस में 70 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं, जिनमें 8000 से अधिक लोग कार्यरत हैं। वहीं, भारत में 750 से ज्यादा फ्रांसीसी कंपनियों में 4.5 लाख से ज्यादा लोग काम करते हैं। फ्रांस भारत में सबसे बड़े FDI निवेशकों में से एक है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 659.77 मिलियन डॉलर का निवेश किया गया है। डिजिटलीकरण भारत और फ्रांस के बीच सहयोग का एक नया और उभरता हुआ क्षेत्र है। पिछले साल जुलाई में एफिल टावर पर भी UPI लॉन्च किया गया था, जो जल्द ही एक्टिवेट हो सकता है।