मकर संक्रांति पर गंगा सागर में पुण्य स्नान, शुभ मुहूर्त पर लोगों ने श्रद्धा की डुबी लगाई
कोलकाता। मकर संक्रांति पर गंगा सागर में पुण्य स्नान का शुभ मुहूर्त शुरू होते ही सोमवार सुबह जनसैलाब उमड़ पड़ा। मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान किया। स्नान का शुभ मुहूर्त सोमवार सुबह 7:19 शुरू हुआ था। यह दोपहर 12.30 बजे तक रहा। पुण्य स्नान की अवधि 5.30 घंटे की है। महापुण्य स्नान की कुल अवधि एक घंटा 43 मिनट बताई गई है। मगर सुबह छह बजे से ही श्रद्धालुओं ने गंगा और सागर के संगम पर डुबकी लगानी शुरू कर दी थी। कपिल मुनि आश्रम के महंत ज्ञानदास ने बताया कि रविवार रात से ही मकर संक्रांति शुरू हो गई थी। सोमवार सुबह छह बजे से देश-दुनिया से पहुंचे लाखों लोगों के अलावा नगा, नाथ और अन्य संप्रदाय के साधुओं ने मोक्ष की आस में डुबकी लगाई।
मेला क्षेत्र तीर्थयात्रियों से खचाखच भरा हुआ है। यह वही स्थान है जहां त्रेता युग में जिस सागर तट पर स्वर्ग से उतरीं मां गंगा ने राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मकर संक्रांति पर स्पर्श कर मोक्ष प्रदान किया था। गंगा सागर मेला क्षेत्र में सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया गया है। पुलिस, सिविल डिफेंस, होमगार्ड समेत नेवी और कोस्ट गार्ड के 10 हजार से अधिक जवान चप्पे-चप्पे पर नजर रख रहे हैं। जिला प्रशासन के अनुसार इस साल 35 लाख से अधिक श्रद्धालु सागर तट पर पुण्य स्नान के लिए पहुंचे हैं। पिछले साल 30 लाख लाख लोगों ने डुबकी लगाई थी।