मोदी ने किसानों की जमीन छिनकर अडानी को गिफ्ट कर दी. केंद्र सरकार पर बरसे राहुल गांधी

0

नई दिल्‍ली । कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बिहार के पूर्णिया में पहुंच गई है. यहां पर राहुल गांधी अलग अंदाज में नजर आए. यहां उन्होंने किसानों को संबोधित किया. उन्होंने मोदी सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया।

वह अपने भाषण में कहते हैं कि किसानों को हर तरफ से घेरा जा रहा है. उनकी जमीन छीनी जा रही है. उनसे उनकी जमीन छीन ली जाती है और अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को उपहार के रूप में दे दी जाती है।

पीएम मोदी तीन काले कानून आए

दूसरी ओर, जब खाद और बीज की बात आती है तो आप पर दबाव डाला जाता है और किसानों का पैसा छीन लिया जाता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी तीन काले कानून लाए थे और इन कानूनों से उन्होंने किसानों का हक छीनने की कोशिश की थी. अच्छा हुआ कि देश के सभी किसान इसके खिलाफ खड़े हो गए और सरकार को झुकना पड़ा, नहीं तो आप सब बर्बाद हो गए होते. राहुल ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं. अरबपतियों के 14 लाख करोड़ रुपये माफ हो गए, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया है।

भारत सरकार भूमि अधिग्रहण अधिनियम का उल्लंघन कर रही

वह कहते हैं कि जो भी राजनीतिक नेता किसानों की जमीन की रक्षा के बारे में बात करता है, उस पर मीडिया चौबीसों घंटे हमला करना शुरू कर देता है. यहां भारत सरकार भूमि अधिग्रहण अधिनियम का उल्लंघन कर रही है. मैं आपके लिए यह मुद्दा संसद में उठा सकता हूं मगर गारंटी नहीं दे सकता कि पीएम मोदी इस बारे में कुछ करेंगे. राहुल गांधी ने लोगों से वादा किया कि एक बार उनकी सरकार सत्ता में आएगी तो वो किसानों के मुद्दे को संसद उठाते रहेंगे।

किसानों का सरकार पर से भरोसा उठ गया

राहुल गांधी कहते हैं कि सच्चाई तो यह है कि सरकार किसानों के दिलों से डर दूर नहीं कर पा रही है. किसानों का सरकार पर से भरोसा उठ गया है. राहुल गांधी ने किसानों से कहा कि वो कोई खोखली बातें नहीं करतें हैं. हमारी सरकार ने किसानों का 72,000 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था. हमारी सरकार ही भूमि अधिग्रहण बिल लेकर आई थी. जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हमारी सरकार थी तो हमने उपज की सही कीमत किसानों को दी थी. हमारी सरकारों ने किसानों के लिए बहुत काम किया है और आने वाले समय में भी किसानों के हित के लिए काम करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed