Lok Sabha Election: चिराग पासवान ने जमुई लोकसभा सीट से अरुण भारती को बनाया उम्मीदवार
नई दिल्ली । लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने जमुई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अरुण भारती को प्रत्याशी घोषित किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने अरुण भारती को सिंबल प्रधान किया।
मौके पर बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी भी मौजूद थे।
चिराग पासवान का गढ़ कही जाने वाली जमुई लोकसभा सीट का सियासी इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। आपको बता दें कि जमुई अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित लोकसभा सीट दोबारा से अस्तित्व में आई है। 1973 के परिसीमन के बाद इस सीट अस्तित्व ख़त्म हो गया था। साल 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले दोबारा से यह सीट अस्तित्व में आई।
2009 से इस सीट पर NDA जीत की हैट्रिक लगा चुकी
2009 में हुए लोकसभा चुनाव में NDA दोबारा से इस सीट पर क़ब्ज़ा जमा लिया। 2009 से इस सीट पर NDA जीत की हैट्रिक लगा चुकी है। लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग पासवान यहां से लगातार दो बार सांसद की कुर्सी अपने नाम कर चुके हैं।
जमुई लोकसभा सीट के जातिगत समीकरणों की बात की जाए तो यहां दलित, महादलित के अलावा यादव और मुस्लिम मतदाताओं की तादाद ज़्यादा है। SC-ST सीट होने की वजह से जमुई लोकसभा सीट से दलित और महादलित समुदाय के उम्मीदवार ही चुनावी बिगूल फूंकते हैं।
परिसीमन के बाद भूदेव चौधरी ने इस सीट पर क़ब्ज़ा जमाया
नया परिसीमन लागू होने के बाद पहली बार 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशी भूदेव चौधरी ने इस सीट पर क़ब्ज़ा जमाया। उस वक्त जदयू एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों में शामिल थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू ने भाजपा से किनारा कर लिया।
2014 के लोकसभा चुनाव में NDA गठबंधन के सहयोगी दल लोजपा की टिकट चिराग पासवान ने जीत दर्ज की। 2019 के लोकसभा चुनाव में रालोसपा की टिकट पर भूदेव चौधरी ने चुनावी दांव खेला लेकिन लगातार दूसरी बार चिराग पासवान ने सियासी मात दी।
अरुण भारती बने है उम्मीदवार
2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से चिराग पासवान खुद लड़ते हैं, या किसी और को चुनावी मैदान में उतारते हैं, इस पर संशय बरकरार है। ग़ौरतलब है कि जमुई लोकसभा SC आरक्षित सीट पर NDA जीत दर्ज करती रही है लेकिन भाजपा ने आज तक अपनी पार्टी से प्रत्याशी को चुनावी मैदान में नहीं उतारा है। इस बार भी एनडीए की तरफ़ चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) से अरुण भारती उम्मीदवार बने हैं।