कांग्रेस कार्य समिति में घोषणापत्र पर चर्चा, 5 स्तंभों पर आधारित 25 गारंटियों पर जोर
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई। इसमें पार्टी के घोषणा पत्र और पांच न्याय संबंधित 25 गारंटियों पर चर्चा हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर बताया कि 1926 से ही देश के राजनीतिक इतिहास में कांग्रेस घोषणापत्र को विश्वास और प्रतिबद्धता का दस्तावेज माना जाता है। देश बदलाव चाहता है। मौजूदा मोदी सरकार की गारंटियों का वही हश्र होगा जैसा कि 2004 में भाजपा के ‘इंडिया शाइनिंग’ नारे का हुआ था। इसके लिए हमारे हर गांव और शहर के कार्यकर्ता को उठ खड़ा होना होगा। घर-घर अपने घोषणापत्र को पहुंचाना होगा।
ये हैं 5 स्तंभ और उन पर आधारित गारंटियां
उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी ने घोषणापत्र पर गहन विचार-विमर्श किया। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के 5 स्तंभों – किसान न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय में प्रत्येक की 5 गारंटी हैं। हर एक न्याय स्तंभ के अन्तर्गत 5 गारंटियों के हिसाब से कांग्रेस पार्टी ने कुल 25 गारंटियां दी हैं। सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, नेता राहुल गांधी सहित कार्य समिति के सदस्य शामिल हुए।
बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि सीडब्ल्यूसी ने घोषणापत्र को अंतिम मंजूरी देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया है। इसकी रिलीज की तारीख पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। भारत जोड़ो न्याय यात्रा की गति को आगे बढ़ाते हुए सीडब्ल्यूसी ने गारंटियों के इस संदेश को जमीनी स्तर तक प्रसारित करने की योजना तैयार की है।