सनातन धर्म की तुलना कोरोना, डेंगू, मलेरिया, गठबंधन बनाने वालों को नहीं मालूम इंडिया का फुलफार्म
भोपाल । भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म , और राजनीति प्रश्रय रूचि रखने वाले सभी जागरूक और बुद्धिजीवियों के पसंदीदा प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी को सनातन धर्म सहित विभिन्न मुद्दों पर टीवी पर शानदार डिबेट करते आमतौर पर देखा और सुना जाता है, लेकिन जब उन्हें प्रत्यक्ष सुनने का मौका मिला तो मध्यप्रदेश के खरगोन शहर सहित जिले भर से आए श्रोताओं में अभूतपूर्व उत्साह का माहौल बन गया था। बीटीआई रोड़ स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के हॉल में शहर की छोटी बड़ी जो भी हस्ती हो।जिसे जहां जगह मिली वो वहीं डट गया।
अवसर था मध्य प्रदेश कल आज और कल विषय पर आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन का। अपने 40 मिनट के संबोधन में डॉ. त्रिवेदी ने सनातन धर्म की वैज्ञानिकता भी बताई और वर्तमान राजनीति में विपक्षी नेता उदयनिधि स्टालिन के द्वारा सनातन धर्म की तुलना कोरोना और डेंगू, मलेरिया से करने पर इंडिया गठबंधन को आड़े हाथों लिया।
सनातन हम नहीं थे तब भी था और हम नहीं होंगे तब भी रहेगा
उन्होंने कहा कि जो धर्म और उसकी परंपराए बीमारियों का नाश करती हो। उसमें भी उन्हें बीमारियों का खोट नजर आता है और उसे समाप्त करने की अनर्गल बातें करते है। जबकि सनातन हम नहीं थे तब भी था और हम नहीं होंगे तब भी रहेगा।
उन्होंने खरगोन को नवग्रह की नगरी बताते हुए कहा कि मैकाले की शिक्षा और विदेशी शिक्षाविद हमें ग्रहों की जानकारी देते है। डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिन लोगों ने इंडिया नाम का गठबंधन बनाया है उन लोगों को ही उसका फुलफार्म नहीं मालूम। हिंदी में पूछ लो तो गुगल पर सर्च करने के बाद भी नहीं बता पाते है। उन्होंने कहा कि हम जब सत्ता में आए तो हमने सोच को बदलने का काम किया।
जब कोई सरकार पूर्व में आती थी तो यही होता था कि वर्ग विशेष को दो लेकिन मोदीजी ने बोला नही सबको दो और मंत्र दिया सबका साथ,सबका विकास। उन्होंने कहा कि 19वी सदी अंग्रेजो की थी,20 वी सदी कांग्रेस की थी लेकिन 21वी सदी भारतबके उज्जवल भविष्य और बीजेपी की होगी।