शराब कारोबारी धीरज साहू निकला कुबेर का खजाना, 150 करोड़ नकद जब्‍त

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-बड़ा सवाल कि इतना रुपया कहां से आ गया

-रुपया गिनते-गिनते मशीनों ने दम तोड़ दिया

-रुपया ट्रक में भरकर बैंक ले जाना पड़ गया

रांची। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार को छापा मारकर गुरुवार देर रात तक करोड़ों रुपए की नकदी जब्‍त की है। 150 करोड़ गिनते-गिनते मशीनों ने दम तोड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक कुल नकदी करीब 300 करोड़ रुपए के आसपास हो सकती है। सांसद साहू के रांची, लोहरदगा और ओडिशा स्थित ठिकानों पर एक साथ की गई छापेमारी में ‍मिला रुपया ट्रक में भरकर बैंक तक ले जाना पड़ा।
आयकर सूत्रों का कहना है कि यह राशि ओडिशा के बोलांगीर से बरामद की गई है, जहां धीरज साहू और उनके परिजनों की शराब कंपनी है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज साहू परिवार की है। कंपनी का ओडिशा में शराब बनाने का करीब 40 साल पुराना करोबार है। धीरज साहू के पिता बदलेव साहू थे जिनके नाम पर ग्रुप का नामकरण किया गया है। इसमें धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। हालांकि 2018 में धीरज साहू ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 34 करोड़ रुपए ही बताई थी।

धीरज साहू शराब के साथ अन्‍य कारोबार करते हैं

बुधवार को आयकर टीम ने बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड और इससे जुड़े परिसरों में छापेमारी की थी। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज, बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड की एक पार्टनरशिप फर्म है। इस ग्रुप के कई कारोबार हैं, जिसमें क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड (आईएमएफएल बोटलिंग), किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बिवरेज प्राइवेट लिमिटेड (जो आईएमएफल कंपनी की सेल्स एंड मार्केटिंग का काम करती है), बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड आदि शामिल हैं। राज्यसभा सांसद धीरज साहू से इस बारे में उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला।

9 अलमारियों में भरे थे नोट

सूत्रों के मुताबिक, बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के दफ्तरों में 9 अलमारियों में नोट भरे हुए मिले। नकदी को बैंक ले जाने के लिए 157 लाए बैग कम पड़ गए तो बोरियों में भी भरा गया। फिर इन्हें ट्रक में भरकर बैंक ले जाया गया। बताया जा रहा है कि नोट गिनने में लगाई गई एक मशीन तक खराब हो गई।

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