वंदे भारत में लगाए जाएंगे सेंसर, बदबू आते ही बजने लगेंगे अलार्म
नई दिल्ली। सेंट्रल रेलवे ने वंदे भारत के कोचों में साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए ट्रायल के तौर पर बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की बढ़ती लोकप्रियता के साथ यात्रा के दौरान मिलने वाली सुविधाओं को भी बढ़ाया जा रहा है। अब ट्रेन में ऐसे सेंसर लगाए जा रहे हैं जिनके कारण बदबू आते ही अलार्म बजने लगेंगे। सीआर के मुख्य प्रवक्ता शिवराज मनसपुरे ने बताया कि एग्जिक्यूटिव कोच में गंध सेंसर लगाए जाएंगे। इन सेंसर्स को ट्रायल के तौर पर ही लगाया जा रहा है। इनकी मदद से यह पता लगाया जा सकेगा कि शौचालय एरिया के पास कितनी गंध है। अगर गंध की मात्रा अधिक रही तो सेंसर उसे डिटेक्ट कर लेंगे और हाउसकीपिंग स्टाफ को अलर्ट मैसेज भेज दिया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि अगर ट्रायल में सही नतीजे पाए गए तो सेंसर्स दूसरे कोचों में भी लगाए जाएंगे।
वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिहाज से एक और बड़ा कदम उठाया गया है। इसके तहत वंदे भारत कोचों में हवा वाली पाइप ओरिएंटेशन को मोडिफाई किया जाएगा। दरअसल, मवेशियों के वंदे भारत से टकराने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। इस तरह इन पाइपों में जरूरी बदलाव होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि वंदे भारत से पशुओं की टक्कर होने पर कम से कम नुकसान हो। हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जब पटरी पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों से मवेशी टकरा गए हों।
देश भर में वंदे भारत ट्रेनें दौड़ाने का प्लान
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वंदे भारत को लेकर हाल ही में बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि 2047 तक पूरे देश में 4,500 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी। सिंधिया ने यह भी बताया कि फिलहाल देश में 23 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ये ट्रेनें यात्रियों के बीच काफी लोक्रपिय हुई हैं। अलग-अलग शहरों में इन्हें चलाए जाने की मांग उठी है। वंदे भारत ट्रेनों से यात्रा आरामदायक होने के साथ ही समय की बचत वाली भी होती है। सिंधिया ने बुलेट ट्रेनों को लेकर भी अपडेट साझा किया था। उन्होंने कहा था कि बुलेट ट्रेन का पहला खंड तीन साल में शुरू हो जाएगा।