लोग तो मुझे फैमिली मानते हैं,आदरणीय मत कहो, इससे दूरी बढ़ती हैं; PM मोदी की नसीहत
पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सभी सांसदों को नसीहत दी है कि वे उन्हें मोदी जी या फिर आदरणीय मोदी जी जैसे शब्दों से संबोधित न करें। उन्होंने कहा कि मुझे मोदी या नरेंद्र मोदी ही बोला जाए। पीएम मोदी ने कहा कि नाम के साथ तमाम विशेषण जोड़ने से लोगों के साथ दूरी बढ़ती है। पीएम मोदी ने खुद को पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं भी पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। मुझे लोग अपने ही परिवार का हिस्सा मानते हैं। श्री और आदरणीय जैसे विशेषण न जोड़ें। मुझे लोग अपने में से ही एक मानते हैं और मोदी के तौर पर पहचानते हैं।’
संसदीय दल की मीटिंग में सभी सांसद स्वागत है भाई स्वागत है, मोदी जी का स्वागत है के नारे लगाते दिखे। मीटिंग में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने माला पहनाकर उना स्वागत किया। इससे पहले रविवार को नतीजे आते ही पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा दफ्तर पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि लोगों का मोदी की गारंटी की गारंटी पर भरोसा है। बता दें कि भाजपा ने राजस्थान से लेकर तेलंगाना तक किसी भी राज्य में सीएम के चेहरे का ऐलान नहीं किया था। यही वजह है कि माना जा रहा है कि पार्टी तीनों ही राज्यों में नए नेताओं को सीएम बना सकती है।
इसके पीछे भाजपा की यह रणनीति है कि नई पीढ़ी का नेतृत्व तैयार किया जाए। इसके अलावा वसुंधरा जैसी नेता को भी अलग करने की तैयारी है, जो समय-समय पर बागी रुख दिखाती रही हैं। इससे पहले बुधवार को तीनों राज्यों में जीते 12 में से 10 सांसदों ने इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा बाकी 2 भी जल्द इस्तीफा दे सकते हैं और विधायक ही बने रहेंगे। इस्तीफा देने वाले सांसदों को भी सीएम पद की रेस में से एक माना जा रहा है। इस तरह जब तक नामों का ऐलान नहीं हो जाता, तब तक भाजपा किसे सीएम बनाएगी, यह कयास लगते रहेंगे।