महिलाओं की फोटो से कपड़े उतार रहा है एआई एप – aajkhabar.in

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नई दिल्‍ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एप जितनी तेजी से पॉपुलर हो रहा है उतनी ही तेजी से उसके दुष्‍परिणाम भी सामने आ रहे हैं। कई एप महिलाओं की फोटो से कपड़े उतार रहे हैं। हालांकि इसके आने से लोगों के कई काम काफी आसान हो हुए हैं तो कई क्षेत्र में इससे परेशानियां भी बढ़ रहीं हैं। एआई से लोग नई भाषाएं सीख रहे हैं, वीडियो एडिटिंग के बारे में जान रहे हैं, नई-नई फोटो क्रिएट कर पा रहे हैं, इससे न सिर्फ स्टूडेंट्स और आम लोगों को बल्कि बड़ी कंपनियों को भी मदद मिल रही है। कई एआई टूल्स ऑनलाइन फ्री में उपलब्ध हैं। इन टूल्स का उपयोग जालसाज़ों द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड करने के लिए भी किया जाने लगा है।
एक हालिया रिसर्च में एआई एप और वेबसाइटों के इस्तेमाल से जुड़े एक नए तरह के अपराध के बारे में बताया गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्चर्स और प्राइवेसी एक्सपर्ट्स इस बात से चिंतित हैं कि लोग एआई एप और वेबसाइट का इस्तेमाल महिलाओं की तस्वीरों में छेड़छाड़ करके डिजिटली उनके कपड़े उतारने के लिए कर रहे हैं। इन आपत्तिजनक एप का इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ रहा है।

2.5 करोड़ लोग कर चुके हैं इस्तेमाल

सोशल नेटवर्क विश्लेषण कंपनी ग्राफिका की चौंकाने वाली रिपोर्ट बताती है कि अकेले सितंबर में लगभग 24 मिलियन यानी करीब ढाई करोड़ लोगों ने इन कपड़े उतारने वाले एआई टूल का इस्तेमाल किया है। इस रिपोर्ट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति के कारण गैर-सहमति वाली अश्लीलता में वृद्धि पर चिंता जताई है। ग्राफिका के मुताबिक इनमें से कई कपड़े उतारने या ‘न्यूड करने’ वाली सर्विसेज अपनी मार्केटिंग के लिए पॉपुलर सोशल नेटवर्क का उपयोग करती हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस साल की शुरुआत से एक्‍स और रेडिट सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनड्रेसिंग एप का विज्ञापन करने वाले लिंक की संख्या 2,400% से ज़्यादा बढ़ गई है। ये सर्विसेज किसी फोटो को फिर से बनाने के लिए एआई का इस्तेमाल करती हैं, जिससे फोटो में मौजूद व्यक्ति को न्यूड कर दिया जाए। इसमें कई सर्विसेज ऐसी हैं जो कि सिर्फ महिलाओं पर काम करती हैं।

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