मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बाद उत्तराखंड में भी चौंकाएगी भाजपा, जानिए क्यों
नई दिल्ली । मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जिस तरह भाजपा हाईकमान ने नए चेहरों पर दांव खेला और सभी को चौंकाने वाले सीएम फेस मिले। इसके बाद अब आने वाले हाईकमान के बड़े फैसलों पर सभी की निगाहें टिक गई हैं। खासकर लोकसभा के टिकटों में भाजपा का नया प्रयोग होना तय माना जा रहा है। उत्तराखंड के लिहाज से आने वाले समय में कैबिनेट मंत्रियों की खाली कुर्सी को भरने और लोकसभा सीटों पर सांसदों के टिकट फाइनल होने का फैसला भी हाईकमान को लेना है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब भाजपा पूरी तरह से बदलाव के मूड में है और नए युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा।
इन चेहरों को मिल सकता है मौका
सबसे पहले बात करते हैं मंत्रिमंडल की खाली पड़ी चार कुर्सियों की। इन सीटों के लिए दो दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं। ये भी माना जा रहा है कि एक मंत्री को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। ऐसी स्थिति में मंत्रिमंडल की पांच सीटें खाली हो सकती हैं। ऐसी परिस्थितियों में एक महिला, एक दलित चेहरे का नंबर आना तय माना जा रहा है। इसके अलावा हरिद्वार से भी एक विधायक की लॉटरी लग सकती है। भाजपा हाईकमान समीकरणों को भी साधने का पूरा ध्यान रख रही है। इस तरह से जो भी विधायक दौड़ में आएंगे वे युवा और सभी समीकरणों को साधने के बाद ही मंत्री की कुर्सी पर बैठ सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर भाजपा के अंदर पूर्व सीएम से लेकर पूर्व विधायक, मंत्री समेत वर्तमान सांसद के साथ कई दिग्गज भी लाइन में हैं। जिस तरह मोदी, शाह एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में संदेश दे चुके हैं उससे साफ है कि किसी भी सिटिंग का टिकट कंफर्म नहीं माना जा सकता है। साथ ही युवा और नए चेहरों को कहीं से भी लड़ाया जा सकता है। ऐसे में टिकट बंटवारे में अगर भाजपा हाईकमान उत्तराखंड से भी चौंकाने वाले नाम सामने ले आए तो इसके लिए सभी को तैयार रहने के संकेत दिल्ली से पहले ही दिए जा चुके हैं।
भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा-
पार्टी किसी भी कार्यकर्ता को कभी भी कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। हालांकि वे मानते हैं कि इसे चौंकाना नहीं कहा जा सकता है। हाईकमान सभी विषयों को ध्यान में रखकर ही फैसला लेता है।
उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने कहा-
भाजपा नेतृत्व आने वाले चुनावों और फैसलों को लेकर पहले ही संकेत दे दिए हैं कि वे हर जगह इसी तरह के प्रयोग कर सकते हैं। जो कि उत्तराखंड में आने वाले समय में मंत्रिमंडल विस्तार और सांसदों के टिकट में भी नजर आ सकता है। हालांकि जय सिंह रावत का मानना है कि हमेशा प्रयोग सही साबित हो इसकी किसी तरह की गारंटी नहीं होती है। इसमें रिस्क हो सकता है।