पैसे के बदले सवाल मामले में महुआ मोइत्रा पर संसद में आज पेश हो सकती है रिपोर्ट
– सरकार आचार समिति की रिपोर्ट मान लेती है तो महुआ मोइत्रा को निष्कासित किया जा सकता है
नई दिल्ली। संसद का सत्र चल रहा है। आज तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के पैसे के बदले सवाल मामले में आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जा सकती है। जानकारों का मानना है कि आचार समिति की रिपोर्ट मान ली जाती है तो सांसद को लोकसभा से निष्कासित किया जा सकता है। आचार समिति की रिपोर्ट पेश होने के बाद सरकार के रुख पर विपक्ष के जोरदार हंगामा करने के भी आसार हैं। टीएमसी की फायरब्रांड सांसद को अपनी सदस्यता खोनी पड़ सकती है। हालांकि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल अब 6 महीने से भी कम का बचा है। ऐसे में महुआ मोइत्रा इसे अगले चुनाव में भुना सकती हैं। ममता बनर्जी ने इस मामले पर कहा था कि इससे महुआ मोइत्रा को कोई नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही होगा।
कांग्रेस, टीएमसी की रिपोर्ट पर बहस की मांग
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के अलावा टीएमसी के सांसद मांग कर रहे हैं कि इस रिपोर्ट पर पहले लोकसभा में विस्तार से चर्चा हो। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक आज पैनल के चेयरमैन विनोद सोनकर और एक अन्य सांसद अपराजिता सारंगी रिपोर्ट पेश करेंगे। उस पर लगभग एक घंटे की चर्चा भी हो सकती है। सरकार इस बहस का जवाब भी दे सकती है। पहले यह रिपोर्ट 4 दिसंबर को ही सदन में आनी थी, लेकिन पेश नहीं की गई।
बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ भी हो सकती है कार्रवाई
महुआ मोइत्रा के अलावा बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ भी रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर ऐक्शन भी हो सकता है। विपक्ष के कई सांसदों का कहना है कि महुआ मोइत्रा पर कोई फैसला लेने से पहले डिबेट होनी चाहिए। अधीर रंजन चौधरी ने तो लोकसभा स्पीकर को भी खत लिखा है। उन्होंने कहा कि निष्कासन की सजा बहुत बड़ी है और उसमें सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने ओम बिरला को लिखे लेटर में कहा कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ गलत व्यवहार की सही परिभाषा नहीं दी गई है। बसपा के सांसद दानिश अली का कहना है कि रिपोर्ट पेश हुई तो हम जोर देंगे कि उस पर चर्चा हो। इसकी वजह यह है कि रिपोर्ट को भी ढाई मिनट की ही चर्चा के बाद स्वीकार कर लिया गया था। विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता में 9 दिसंबर को एथिक्स कमेटी की मीटिंग हुई थी।