करणी सेना के अध्यक्ष गोगामेड़ी की हत्या के आरोपी दोनों शूटर्स समेत 5 गिरफ्तार
-आरोपियों का नाम रोहित राठौर और नितिन फौजी, उधम है
-ये शूटर्स फरारी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे
– पुलिस दो आरोपियों वीरेंद्र चाहन और दानाराम की तलाश कर रही
जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोली मारने वाले दोनों शूटर्स समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों शूटर्स समेत 3 को राजस्थान और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ सेक्टर 22 ए के होटल से गिरफ्तार किया है। आरोपियों का नाम रोहित राठौर और नितिन फौजी है। जबकि तीसरे का नाम उधम है। उधम वो शख्स है जो फरारी के दौरान इनके साथ था। आरोपियों के पास से मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। दिल्ली पुलिस तीनों को लेकर दिल्ली पहुंची है। पुलिस की टीम सभी को जयपुर लेकर जाएगी। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात में कुल 17 बार फायरिंग की गई थी।
हत्या करने के बाद हथियारों को छिपा दिया था
शूटर्स ने हत्या करने के बाद हथियारों को छिपा दिया था। ताकि भागते समय ट्रेन या बस में चेकिंग के समय न पकड़े जा सके। आरोपी शूटर्स फरारी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस आरोपियों तक टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पहुंची। जब पुलिस आरोपियों के पास पहुंची तो तीनों साथ थे। इसके बाद इनको गिरफ्तार किया गया। शूटर्स गैंगस्टर रोहित गोदारा के राइट हैंड वीरेंद्र चाहन और दानाराम के सम्पर्क में थे। वीरेंद्र चाहन और दानाराम के इशारे पर हत्या को अंजाम दिया गया था। पुलिस इन दोनों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है। हत्या करने के बाद दोनों शूटर्स वीरेंद्र चाहन और दानाराम से लगातार बात कर रहे थे. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी राजस्थान से हरियाणा के हिसार पहुंचे, हिसार से मनाली गए और मनाली से चंडीगढ़ पहुंचे थे जहां से गिरफ्तारी हुई।
गोगामेड़ी की पत्नी ने कहा, जो युवक मिलने आए थे फायरिंग करते भाग रहे थे
चश्मदीद सपना सोनी के बयान पुलिस ने दर्ज किए हैं। सपना सोनी ने बताया कि वो सुखदेव की तीसरी पत्नी थीं। सुखदेव की हत्या के समय वह घर पर ही थीं। ऊपरी मंजिल पर कमरे में सो रही थीं। गोलियों की आवाज सुनते ही वो बालकनी में गईं. वहां उन्होंने हत्यारों को फायरिंग कर भागते हुए देख। सपना सोनी ने वारदात से पहले और बाद में जो घटित हुआ उसे लेकर कई अहम सबूत दिए। सपना सोनी ने कहा कि पिछले 11 सालों से वह सुखदेव गोगामेड़ी के साथ इसी घर में रहती हैं। सपना सोनी ने बताया कि 5 दिसंबर दोपहर के वक्त कई लोगों का आना जाना लगा रहा। इस दौरान किसी काम के कारण उन्होंने सुखदेव गोगामेड़ी को ऊपर बुलाया। लेकिन उन्होंने कहा कि 3 लड़के आए हैं मिलने के लिए, थोड़ी देर में आता हूं। इतना सुनते ही वह कमरे का गेट बंद कर अंदर सोने चली गईं। तभी तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई दी तो वह बालकनी में आईं। देखा कि जो युवक नीचे बैठे थे, वे फायरिंग करते हुए भाग रहे हैं। नीचे आकर देखा तो सुखदेव खून से लथपथ हालत में पड़े हुए थे। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें गाड़ी से निजी अस्पताल पहुंचाया. लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।