उत्तरी सिक्किम में प्राकृतिक आपदा, बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता
नई दिल्ली । उत्तरी सिक्किम में प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपाया है। दरअसल, यहां ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने की घटना बाद बाढ़ ने तबाही मचाई। इस दौरान लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं और भारतीय सेना के 23 जवानों के लापता होने की सूचना है। हालातों के चलते सिक्किम के कई इलाकों में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया गया है।
15-20 फीट की ऊंचाई तक अचानक बढ़ा जल स्तर
बताया जा रहा है कि, प्राकृतिक आपदा की तबाही के बीच प्रशासन ने आसपास के सभी लोगों से सतर्क होने की अपील की। साथ ही तलाशी अभियान चल रहा है। तो वहीं, बादल फटने के बाद बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग सिंगतम पहुंचे और यहां उन्होंने स्थिति का का जायजा लिया। गुवाहाटी में रक्षा पीआरओ ने इस हादसे के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके कारण सिंगतम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो रहे हैं।
रक्षा PRO, गुवाहाटीउत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं और विवरण की पुष्टि करने के प्रयास जारी हैं। 23 कर्मियों के लापता होने की सूचना है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की खबर है, तलाशी अभियान जारी है।
बीजेपी नेता उग्येन शेरिंग ग्यात्सो भूटिया ने बताया, “सरकारी तंत्र को लगाकर लोगों की जान बचाई जा रही है जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन सिंगतम में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। कुछ लोगों के गुमशुदा होने की सूचना है जिन्हें ढूंढने की कोशिश चल रही है।”