मंगलवार को भूचाल में डूबे शेयर बाजार ने बुधवार को लगाई छलांग, सेंसेक्स 650 अंक चढ़ा, निफ्टी 22000 के पार पहुंचा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणामों से औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार बुधवार को हरे निशान पर कारोबार करता दिख रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 600 अंकों तक की बढ़त दिखी। दूसरी ओर, निफ्टी एक बार फिर 22000 का स्तर पार करने में कामयाब हुआ। बुधवार की सुबह भी ऊपरी स्तरों से बाजार में बिकवाली दिखी। सुबह सेंसेक्स में 188.90 (0.26%) अंकों की बढ़त के साथ 72,267.95 के स्तर पर कारोबार होता दिखा। निफ्टी 46.05 (0.21%) अंक चढ़कर 21,930.55 के स्तर पर पहुंच गया।
निचले स्तरों पर खरीदारी बढ़ने से बंबई शेयर बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ कारोबार होता दिखा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 948.83 अंक उछलकर 73,027.88 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 247.1 अंक की बढ़त के साथ 22,131.60 अंक पर पहुंच गया।
राजग 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत के 272 के आंकड़े से ऊपर है जबकि भाजपा 2014 के बाद पहली बार बहुमत के जादुई आंकड़े से पीछे रह गई है और सरकार गठन के लिए अपने सहयोगियों पर गंभीर रूप से निर्भर है। चुनाव आयोग ने सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित किए हैं, जिसमें भाजपा ने 240 सीटें और कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव परिणाम में कम बहुमत के बावजूद हमें मोदी 3.0 (निवेश केंद्रित वृद्धि, पूंजीगत खर्च, बुनियादी ढांचा निर्माण, विनिर्माण आदि) के नीतिगत एजेंडा के जारी रहने की उम्मीद है। हम ग्रामीण इलाकों में नाराजगी को दूर करने और हाशिए पर पहुंचे लोगों की मदद के लिए लोकलुभावन उपायों की भी उम्मीद कर सकते हैं। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईटीसी के शेयर सबसे ज्यादा लाभ में रहे। लार्सन एंड टुब्रो, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, “बाजार को अप्रत्याशित चुनाव परिणामों को आत्मसात करने में कुछ समय लगेगा। जल्द ही बाजार में स्थिरता लौट आएगी, लेकिन जब तक कैबिनेट और प्रमुख पोर्टफोलियो पर स्पष्टता नहीं आ जाती, तब तक अस्थिरता जारी रहेगी।” उन्होंने कहा कि बाजार में तेज गिरावट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि अत्यधिक मूल्यांकन निवेशकों को राहत मिलेगी और मंत्रिमंडल के गठन और संरचना पर स्पष्टता आने के बाद संस्थागत खरीदारी में आसानी होगी।
एशियाई बाजारों में, सियोल और हांगकांग लाभ के साथ कारोबार करते दिखे जबकि टोक्यो और शंघाई में गिरावट के साथ कारोबार हुआ। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 77.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को सकल घरेलू बाजार में 12,436.22 करोड़ रुपये निकाले। बाजार में मंगलवार को चार साल में सबसे खराब कारोबारी दिन था क्योंकि भाजपा 2014 के बाद पहली बार 272 के जादुई आंकड़े से पीछे रह गई।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 4,389.73 अंक या 5.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ दो महीने से अधिक के निचले स्तर 72,079.05 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 6,234.35 अंक या 8.15 प्रतिशत के नुकसान से करीब पांच महीने के निचले स्तर 70,234.43 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1,982.45 अंक यानी 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक पर आ गया। अंत में यह 1,379.40 अंक या 5.93 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 21,884.50 अंक पर बंद हुआ।