गौतम अडानी का नाम जुड़ते ही पेटीएम का शेयर बना रॉकेट

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नई दिल्ली। शेयर मार्केट में बुधवार को गिरावट का असर रहा लेकिन देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम के शेयरों में अप्रत्‍याशित तेजी आई है। वजह गौतमी अडानी का नाम मानी जा रही है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस का शेयर बाजार खुलते ही पांच परसेंट के अपर सर्किट पर पहुंच गया। मीडिया के मुताबिक गौतम अडानी पेटीएम में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में हैं। इससे कंपनी का शेयर बीएसई पर बाजार खुलते ही पांच फीसदी तेजी के साथ 359.55 रुपये पर पहुंच गया। कंपनी का शेयर मंगलवार को 342.45 रुपये पर बंद हुआ था। अडानी पेटीएम में निवेश के लिए वेस्ट एशिया के कुछ फंड्स से भी बातचीत कर रहे हैं। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड की कुछ एक्टिविटीज पर 15 मार्च से रोक लगा दी थी। मार्च तिमाही में पेटीएम का घाटा 550 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल समान तिमाही में उसे 169 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

वन 97 कम्युनिकेशंस की स्थापना विजय शेखर शर्मा ने 2007 में की थी। पेटीएम की शुरुआत रिचार्ज प्लेटफॉर्म के रूप में हुई थी। कंपनी ने अपना पेमेंट और मर्चेंट एक्वायरिंग बिजनस पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) में ट्रांसफर कर दिया था। लेकिन आरबीआई ने हाल में पीपीबीएल की एक्टिविटीज पर रोक लगा दी थी। पेटीएम का आईपीओ 2021 में आया था और इसके लिए इश्यू प्राइस 2150 रुपये था। लेकिन यह शेयर कभी भी इसके आसपास नहीं पहुंच पाया। इसका 52 हफ्ते का टॉप 998.30 रुपये और न्यूनतम स्तर 310 रुपये है। सुबह 10.15 बजे सेंसेक्स 417.16 अंक यानी 0.55% गिरावट के साथ 74,753.29 अंक पर ट्रेड कर रहा था।

खबरों के मुताबिक पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने मंगलवार को अहमदाबाद में गौतम अडानी से मुलाकात की। शर्मा की 97 वन कम्युनिकेशंस में 9.10 फीसदी हिस्सेदारी है। साथ ही विदेशी एंटिटी के जरिए भी उनकी कंपनी में 10 फीसदी हिस्सेदारी है। हालांकि पेटीएम ने एक्सचेंजेज को बताया कि यह रिपोर्ट अफवाह है और कंपनी इस बारे में कोई बातचीत नहीं कर रही है। पेटीएम ने कहा, ‘हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि मीडिया में आई रिपोर्ट केवल अफवाह है। कंपनी इस बारे में किसी के साथ कोई चर्चा नहीं कर रही है। अडानी ग्रुप ने भी इस रिपोर्ट को आधारहीन अफवाह बताते हुए इसका खंडन किया है। अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

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