31 मार्च तक प्याज एक्सपोर्ट पर रहेगा बैन, बफर स्टॉक के लिए अब तक 25,000 टन प्याज की खरीद

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नई दिल्ली। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने सोमवार को कहा कि केंद्र ने बफर स्टॉक बनाए रखने के लिए 2023 के खरीफ सीजन में उगाए गए 25,000 टन प्याज की अब तक खरीद की है।
बफर स्टॉक बनाए रखने और घरेलू स्तर पर उपलब्धता को बढ़ावा देने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए बाजार में हस्तक्षेप के लिए सरकार प्याज की खरीद कर रही है। सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बफर स्टॉक लक्ष्य को बढ़ाकर 7 लाख टन कर दिया है, जबकि पिछले साल वास्तविक स्टॉक 3 लाख टन था। सचिव के अनुसार, सरकार ने पिछले साल के रबी सीजन में 5 लाख टन प्याज खरीदा था और बफर स्टॉक लक्ष्य बढ़ाए जाने के कारण 2 लाख टन खरीफ प्याज खरीद रही है। उन्होंने बताया, ”अब तक मंडियों से लगभग 25,000 टन खरीफ प्याज की खरीद की जा चुकी है।

लेकिन खरीद अभी भी जारी है।” उन्होंने आगे बताया कि बफर स्टॉक में पड़े 5 लाख टन रबी प्याज में से, सरकार ने कीमतों को काबू करने के लिए सहकारी संस्था नेफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से 3।04 लाख टन प्याज बाजार में उतार दिया है। जिसकी वजह से प्याज की अखिल भारतीय औसत रीटेल प्राइस एक महीने पहले की तुलना में 27।58% कम होकर 42 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। रीटेल प्राइस में तेज बढ़ोतरी को रोकने के लिए सरकार ने 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि बीते महीनों में प्याज की कीमतों में उछाल आते हुए देखा गया था।

जिसको कंट्रोल करने के लिए सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट को 31 मार्च तक के लिए बैन कर दिया था। साथ ही प्याज की फसल में नुकसान होने से सप्लाई भी प्रभावित हुई थी। जिससे प्याज की कीमतों में पर असर हुआ था। इसके अलावा बीते सितंबर-अक्टूबर में टमाटर की कीमतें 250-300 रुपये किलो पर पहुंच गई थी।जिसको लेकर सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इससे डरकर सरकार पहले से एहतियात बरत रही है।

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