इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने संन्यास पर कहा- कुछ साल और खेल सकता था
लंदन । इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा है कि हालांकि वह कुछ साल और खेल सकते थे, लेकिन वह शीर्ष पर रहना चाहते थे और उन्हें अपने करियर पर कोई पछतावा नहीं है। ब्रॉड ने द ओवल में पांचवें और अंतिम एशेज टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 167 टेस्ट मैचों में 604 टेस्ट विकेट और कुल 344 मैचों में 847 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं।
ब्रॉड ने स्काई स्पोर्ट्स को दिये एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “मैं मन ही मन महसूस करता हूं कि मैं कुछ और वर्षों तक खेल सकता था, लेकिन मैं शीर्ष पर रहना चाहता था, इंग्लैंड की शर्ट में समाप्त करना चाहता था और खुद इसे नियंत्रित करने में सक्षम होना चाहता था। मुझे कोशिश करनी थी और सही समय पर जाना था। मुझे अभी तक कोई पछतावा नहीं है, मेरा मन कहता है कि यह सही निर्णय था।” उन्होंने कहा, “मैंने अलग-अलग युगों के हर खिलाड़ी से बात की है, एक बार ऐसा अनुभव हुआ है कि ‘मैं अब पेशेवर क्रिकेटर नहीं हूं’।”
तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें द ओवल में मैदान से बाहर जाना, ऑस्ट्रेलिया को हराना और अंतिम दो विकेट हासिल करना पसंद है। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट जीतने के बाद उन्होंने अपने परिवार को देखा। ब्रॉड ने कहा, “अगर मैं अगले 10 साल और खेलता, तो मैं उस फिनिश को कभी नहीं दोहरा पाता। मुझे फिनिशिंग को लेकर कोई पछतावा नहीं है।”
उन्होंने कहा, “जब लोग यह जानते थे कि यह क्रिकेट का मेरा आखिरी सत्र है तो अपने अंतिम स्पैल के लिए दौड़ने की भावना ने मुझे ऐसी भावनाएँ दीं जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी। टेस्ट जीतना मेरे लिए सबसे बड़ी बात थी, आखिरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम से टेस्ट हारकर बाहर जाना मेरे लिए दुखदायी होता। मैं खेल से प्यार करते हुए बाहर जाना चाहता था और मैं इसमें सफल रहा।”
बता दें कि पांच मैचों की एशेज श्रृंखला 2023 दो-दो से ड्रा रही थी। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट 49 रन से जीता था, दूसरा टेस्ट मैच ड्रा रहा था, तीसरा मैच इंग्लैंड ने 3 विकेट से जीता था, जबकि बाकी दो मैच ऑस्ट्रेलिया ने क्रमशः 43 रन और दो विकेट से जीता था।