5 वर्षीय रूप वाली मूर्ति चुनी गई,भगवान राम लला की मूर्ति की चयन प्रक्रिया पूरी
अयोध्या । राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा ने कहा है कि भगवान राम लला की मूर्ति की चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सर्वसम्मति से चुनी गई मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ आगामी महीने के लिए निर्धारित है। भगवान राम लला की मूर्ति तय करने के लिए मतदान प्रक्रिया आयोजित करने के लिए शुक्रवार को श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक हुई, जिसे अगले महीने भव्य मंदिर के गर्भगृह के अंदर स्थापित किया जाएगा।
मूर्ति आपसे बात करती है
इस अहम फैसले के बारे में बात करते हुए बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा ने कहा कि ट्रस्ट की बैठक राम मंदिर के लिए मूर्ति के चयन के संबंध में थी और प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र वह ट्रस्ट है जिसे अयोध्या के भव्य राम मंदिर के निर्माण और प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मूर्ति चयन प्रक्रिया के मापदंडों के बारे में पूछे जाने पर बिमलेंद्र ने कहा, “मूर्ति आपसे बात करती है, क्योंकि एक बार जब आप इसे देखते हैं, तो आप इससे मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।”
रामलला की मूर्ति के बारे में बात करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय ने कहा, ”भले ही कई मूर्तियां एक साथ रखी जाएं, लेकिन जो सबसे अच्छी होगी, उस पर नजरें टिक जाएंगी। और संयोग ऐसा बना कि एक मूर्ति पसंद आई और मैंने उसे अपना वोट दे दिया। वोटिंग की व्यवस्था थी और हमने अपनी प्राथमिकताएं दीं। सर्वसम्मति से चुनी गई मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के लिए लाई जाएगी।
30 जनवरी को पहली फ्लाइट दिल्ली से अयोध्या पहुंचेगी
बता दें कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम है। देश-विदेश के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा सुलभ कराने के लिए अयोध्या प्रभु श्री राम का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 6 जनवरी से विधिवत प्रारंभ हो जाएगा और अयोध्या से दिल्ली, अहमदाबाद के लिए हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। 30 जनवरी को पहली फ्लाइट दिल्ली से अयोध्या पहुंचेगी और इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विशेष विमान द्वारा हवाई अड्डे पर लैंड करेंगे तथा वह हवाई अड्डे का विधवत उद्घाटन करेंगे तथा हवाई अड्डे के पास आयोजित रैली को भी संबोधित करेंगे।
अयोध्या को देश के सभी हिस्सों से जोड़ने और आवागमन की सुविधा को आसान बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। अयोध्या के रेलवे स्टेशन को भी विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। राम मंदिर का उद्धाटन 22 जनवरी को है। 22 जनवरी के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है इसलिए प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर विशेष ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।