गाजा में सहायता पहुंचाने का प्रस्ताव पेश, अमेरिका ने समर्थन किया जबकि दूसरे देश बोले- कड़ा हो प्रस्ताव
नई दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गाजा तक अत्यावश्यक मदद पहुंचाने के लिए पेश एक संशोधित प्रस्ताव पर बृहस्पतिवार को फिर मतदान में देरी हुई। प्रस्ताव में संशोधन का अमेरिका ने समर्थन किया है जबकि अन्य देशों ने और कड़े प्रस्ताव का समर्थन किया है जिसमें इजराइल और हमास के बीच शत्रुता तत्काल खत्म करने का आह्वान शामिल है। हालांकि इसे अब हटा दिया गया है। संशोधित मसौदा प्रस्ताव पर परिषद के सदस्यों ने करीब एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। काफी बदलाव होने के कारण कई सदस्यों ने कहा कि उन्हें मतदान से पहले अपनी सरकार से विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है। अब इस पर शुक्रवार को मतदान होने की संभावना है।
अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने चर्चा के बाद पत्रकारों से कहा कि अमेरिका नए पाठ का समर्थन करता है और अगर उसे मतदान के लिए पेश किया जाता है तो अमेरिका उसका समर्थन करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अरब तथा पश्चिम देशों के उनके समकक्षों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत के बाद यह नया मसौदा प्रस्ताव तैयार किया गया है। थॉमस-ग्रीनफील्ड ने इस बात से इनकार किया कि इस प्रस्ताव को कमजोर किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मसौदा प्रस्ताव बहुत मजबूत प्रस्ताव है जिसका अरब समूह ने पूरा समर्थन किया है जो उन्हें वह उपलब्ध कराता है जिसकी जमीनी स्तर पर मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए आवश्यकता है।
प्रस्ताव से जिस अहम प्रावधान को हटाया गया है उसमें ‘‘सुरक्षित और अबाधित मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तत्काल लड़ाई खत्म करना और शत्रुता की स्थायी समाप्ति की दिशा में तत्काल कदम उठाने” का आह्वान शामिल था। थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त अरब अमीरात और गाजा की सीमा से लगते मिस्र के साथ नए प्रस्ताव पर बातचीत की है। यह प्रस्ताव अरब देशों द्वारा प्रायोजित है जिनका प्रतिनिधित्व संयुक्त अरब अमीरात करता है।