कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच RT-PCR जांच की योजना नहीं, नए वैरियंट के खतरे पर सरकार का बड़ा बयान
नई दिल्ली । भारत में कोरोना वायरस के नए सब वेरिंएट के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी किया है। गुरुवार को सूत्रों की मानें तो एयरपोर्ट पर कोविड-19 के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण जरूरी करने की अब तक कोई खास योजना नहीं है।
पिछले दो हफ्तों में 22 लोगों की मौत
बता दें वर्तमान में केरल राज्य समेत कई दक्षिण राज्यों में जेएन1 सब वेरिंएट के मामले बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो संक्रमित लोगों में से 92 प्रतिशत लोग घर आधारित उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जो हल्की बीमारी का संकेत हैं। साथ ही कहा गया कि अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। बता दें पिछले दो हफ्तों में देश में कोविड-19 से 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में गुरुवार को 594 नए कोविड के मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में गुरुवार को 594 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या पिछले दिन के 2,311 से बढ़कर 2,669 हो गई है। बुधवार तक देशभर में जेएन1 वेरिएंट के 21 मामले सामने आ चुके थे।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पाल ने बुधवार को कहा कि भारत के वैज्ञानिक नए वेरिएंट की बारीकियों से जांच कर रहे हैं। उन्होंने राज्यों को परीक्षण बढ़ाने और निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की जरूरतों पर जोर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, हवाई अड्डों पर कोविड -19 के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य करने की अब तक कोई योजना नहीं है। जुलाई में भारत ने संशोधित दिशा निर्देश जारी किए थे, जिसमें भारत में प्रवेश करने वाले यात्रियों के आरटी-पीसीआर आधारित परीक्षण की जरूरत को हटा दिया गया था।
बता दें हाल ही में कोविड-19 मामलों में वृद्धि और देश में जेएन1 वैरिएंट के पहले मामले का पता चलने के मद्देनजर केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने का आग्रह किया है।