मोदी सरकार विपक्ष मुक्त संसद देखना चाहती है ताकि अहम बिलों को मनमाने ढंग से पारित कर सके: राजेश ठाकुर
केन्द्र की तानाशाही रवैये एवं विपक्षी दलों के 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में 22 दिसम्बर को स्थानीय शहीद चौक से राजभवन रांची तक ’आक्रोशपूर्ण विरोध मार्च’
RANCHI: विगत 13 दिसम्बर 2023 को लोकसभा में हुई सुरक्षा मे भारी चुक के मामले पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का सदन में बयान नहीं देना बल्कि विपक्ष के सांसदों को लोकसभा की कार्यवाही से सस्पेंड करना यह दर्शाता है कि केन्द्र सरकार किसी भी स्तर पर जाकर लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है।
उक्त बातें प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कही।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का यह धिनौना कृत्य लोकतांत्रित सिद्धांतों और मूल्यों की नग्न हत्या है और अपनी मनमानी पर उतर आयी है।
मोदी सरकार विपक्ष मुक्त संसद देखना चाहती है ताकि अहम बिलों को मनमाने ढंग से पारित कर सके।
सरकार संसद की सुरक्षा को नजरअंदाज कर लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है ताकि गरीबों की बात, किसानों की बात महिलाओं की बात, युवाओं की बात संसद में न गुंजे। लेकिन जब तक हम रहेंगे इनकी आवाज बुलंद करते रहेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि लोकतांत्रिक मानदंडों को मोदी सरकार कूडेदान में फेंक रही है।
लेकिन कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ लोकतंत्र को बचाने का काम करेगी और इसी कड़ी को लेकर कल इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ केन्द्र की तानाशाही रवैये एवं विपक्षी दलों के 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में 22 दिसम्बर 2023 को पूर्वाह्न 10ः30 बजे से स्थानीय शहीद चौक से राजभवन रांची तक ’आक्रोशपूर्ण विरोध मार्च आहूत की गई है।
जिसमें प्रदेश के पदाधिकारियों, अग्रणी मोर्चा के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों सहित सभी कांग्रेसजन सम्मिलित होंगे।