60 लाख की लागत से होगा टैगोर हिल के ब्रह्ममंदिर का जीर्णोद्धार

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सांसद सेठ ने किया शिलान्यास; कहा : यह हमारे लिए अनमोल धरोहर है

रांची का ताज है टैगोर हिल, इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगा

RANCHI: रांची के गौरव टैगोर हिल पर स्थित ब्रह्ममंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास आज सांसद  संजय सेठ ने किया।

इस दौरान उनके साथ कांके विधायक समरी लाल,  एस०डी० सिंह मौजूद रहे। सांसद की पहल और अनुशंसा पर लगभग 60 लाख रुपए की लागत से इस ब्रह्ममंदिर का जीर्णोद्धार किया जाना है।

इस अवसर पर संसद श्री सेठ ने कहा कि टैगोर हिल रांची नहीं पूरे देश की अमूल्य धरोहर है। यहां रविंद्र नाथ टैगोर जी के बड़े भाई जितेंद्रनाथ टैगोर ने कई रचनाएँ की थी।

यह उनके लिए एक तपोस्थली है। तकरीबन 100 वर्ष पूर्व यहां पर बैठकर की गई रचनाएं आज देश दुनिया में लोकप्रियता हासिल कर रही है परंतु जिस स्थान पर रचना हुई, उस प्रेरणास्थल को ही लावारिस स्थिति में छोड़ दिया गया।

बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने दिनों तक इसके रखरखाव पर कोई ध्यान ही नहीं दिया।

कोरोना संक्रमण काल के बाद मैंने इस पर संज्ञान लिया। इसके जीर्णोद्धार के लिए प्रयास आरंभ हुआ।

उसका सुखद परिणाम है कि ₹60 लाख की लागत से ब्रह्म मंदिर के जीर्णोद्धार की स्वीकृति सरकार ने दी है।

सांसद श्री सेठ ने कहा कि यहां की स्थिति बहुत खराब है। इतना पवित्र और प्रेरणादाई स्थल बिल्कुल उजड़ा हुआ जैसा दिखता है।

यह पूरे देश की धरोहर है परंतु दुर्भाग्य है कि सरकार का बिल्कुल भी ध्यान इस पर नहीं है।

यहां समुचित प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। ना शौचालय की व्यवस्था है।

सीढ़ियों के टाइल्स टूटे हुए हैं। यह स्थल।असमाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है।

यहां बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। मेरा प्रयास होगा कि मैं इसे और बेहतर बना सकूं।

राज्य सरकार से भी मेरा आग्रह है कि इस राष्ट्रीय धरोहर की रक्षा की जाए। इसकी अस्मिता को बचाया जाए।

इसका मान सम्मान बरकरार रखा जाए। यह रांची का ताज है, ऐसा मानकर सरकार को इसके विकास की योजना बनानी चाहिए।

ताकि लोगों का रुझान इस तरफ हो। देश के साहित्यकार, संगीतकार, कला क्षेत्र से जुड़े लोगों का आकर्षण इस ब्रह्मामंदिर की तरफ हो।

यह पर्यटन की दृष्टि से, सृजन की दृष्टि से, रचनात्मकता की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण कदम होगा।

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