गुजरात में ‘प्री-वाइब्रेंट’ शिखर सम्मेलन का किया जाएगा आयोजन,विशेषज्ञ समेत लगभग 800 वैश्विक लेंगे भाग

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गुजरात सरकार ने बुधवार को कहा कि वह शुक्रवार को राज्य की राजधानी गांधीनगर में ‘लिवेबल सिटीज ऑफ टुमॉरो’ (भविष्य के रहने योग्य शहर) को लेकर एक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

इसका मकसद शहरों और नवप्रवर्तकों को अपना काम प्रदर्शित करने और ‘वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट’ (वीजीजीएस) 2024 के लिए आर्थिक और व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान करना है।

एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सम्मेलन में शहर के महापौर, उपमहापौर या नगर निगम आयुक्त समेत विभिन्न नेता, व्यवसायी, शिक्षाविद, उद्योग विशेषज्ञ समेत लगभग 800 वैश्विक प्रतिभागी और शहर की जीवंतता को बढ़ाने वाले विभिन्न संगठनों के 15 पैनलिस्ट भाग लेंगे।

क्या बोले सीएम पटेल?
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर के साथ शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। वीजीजीएस 2024 के मद्देनजर राज्य सरकार ने अब तक सिरेमिक, कपड़ा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में आठ ‘प्री-वाइब्रेंट’ शिखर सम्मेलन आयोजित किए हैं।

गुजरात में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश
गुजरात सरकार और विभिन्न कंपनियों ने बुधवार को एक लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ 23 समझौता ज्ञापन (एमओयू)पर दस्तखत किये। ये समझौते ‘वाइब्रेंट गुजरात’ वैश्विक शिखर सम्मेलन से पहले किये गये। मंगलवार को जारी सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार इन समझौता ज्ञापनों के साथ अबतक 100 ऐसे समझौते किये जा चुके हैं। कुल मिलाकर इन समझौतों में 1।35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव किये गये हैं। दसवां द्विवार्षिक निवेशक सम्मेलन 10 से 12 जनवरी को गांधीनगर में महात्मा मंदिर में होगा।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि उम्मीद है कि एक लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए 23 समझौता ज्ञापनों से लगभग 70,000 नये रोजगार के अवसर पैदा होंगे। बुधवार को जिन शुरुआती समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये, उसके तहत, बंदरगाह और संबंधित क्षेत्रों में 27,271 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 10,100 नौकरियां सृजित होंगी। बयान के अनुसार इसके अलावा, बिजली क्षेत्र में 45,600 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 5,500 नौकरियां सृजित होंगी, जबकि 4,000 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ खनिज आधारित उद्यमों में 2,000 रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

इंजीनियरिंग, वाहन और अन्य उद्योग में 13,070 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 8,150 नौकरियां सृजित होंगी। इन समझौता ज्ञापनों पर गुजरात के उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत, कृषि मंत्री राघवजी पटेल और उद्योग राज्यमंत्री हर्ष सांघवी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किये गए।

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