नवाज शरीफ की दुआई, भारत के नाराज रहते पाकिस्तान को नहीं मिलेगा कोई मुकाम
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का मानना है कि पाकिस्तान की बॉर्डर से लगे देशों के साथ अच्छे रिश्ते रखने में भलाई है क्योंकि ऐसा न होने पर देश का ही नुकसान हो रहा है। उन्होंने शनिवार को एक बार फिर पड़ोसियों के साथ रिश्ते बेहतर करने पर जोर दिया है। नवाज ने भारत समेत अफगानिस्तान के साथ संबंधों को बेहतर करने की बात कही। साथ ही चीन के साथ रिश्तों को और मजबूत करने के लिए कहा। अक्टूबर में चार साल बाद वतन वापसी करने वाले नवाज की मानें तो पहले भी कई बार यह बात कह चुके हैं।
सुधारने होंगे पड़ोसियों से रिश्ते
पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज ने कहा कि अगर पाकिस्तान को ग्लोबल स्टेटस हासिल करना है तो फिर भारत और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसियों से रिश्ते सुधारने होंगे। लाहौर में पार्टी के संसदीय बोर्ड की मीटिंग में नवाज ने कहा, ‘जब आपके पड़ोसी आपसे नाराज हैं या फिर आप उनसे नाराज हैं तो फिर आप ग्लोबल स्टेटस कैसे हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा, हमें भारत और अफगानिस्तान से अपने मसले ठीक करने होंगे और ईरान, चीन के साथ संबंधों को मजबूत करना होगा।। नवाज का बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बेहद खराब हैं। खेल के मैदान के अलावा दोनों देशों के नेताओं की तरफ से भी टिप्पणियां आती रहती हैं। वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान के साथ भी शरणार्थियों को वापस भेजने और आतंकवाद के मसले पर रिश्ते काफी बिगड़ चुके हैं।
वाजपेयी और मोदी के दौरे का जिक्र किया
नवाज ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार को न सिर्फ आर्थिक और वित्तीय प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए बल्कि हर क्षेत्र में उसे अपना प्रदर्शन दिखाना होगा। नवाज ने याद दिलाया कि उनकी पार्टी के कार्यकाल के दौरान दो भारतीय प्रधानमंत्रियों 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी और 2015 में नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद नवाज ने सवाल किया, ‘क्या उनसे पहले कोई आया था? नवाज ने इसी दौरान अपनी पार्टी के तीन कार्यकालों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, हर बार हम आए और देश के विकास के लिए अच्छा काम किया और हर बार हमें बाहर कर दिया गया। हमें क्यों निकाला गया? मुझे पता होना चाहिए कि हमें 1993 में, 1999 में क्यों बाहर कर दिया गया था।
कारगिल की जंग भी याद आई
नवाज ने सन् 1999 में हुई कारगिल की जंग का जिक्र भी किया है। उन्होंने कहा, ‘क्या हमें इसलिए निकाला गया क्योंकि हमने मामलों को सही तरीके से संभाला था? क्योंकि हमने कहा था कि कारगिल में लड़ाई नहीं होनी चाहिए थी? क्या इसीलिए हमें बाहर कर दिया गया?’ अपनी पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए, पीएमएल-एन सुप्रीमो ने कहा कि उन्हें न सिर्फ आम चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलने की खुशी होनी चाहिए बल्कि देश की स्थिति के बारे में भी सोचना चाहिए। नवाज के मुताबिक जो लोग देश को इस मुकाम तक लाए हैं, उन्हें भी जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उनसे पूछा जाना चाहिए कि इस देश के साथ उन्होंने ऐसा व्यवहार क्यों किया, जिसकी कोई देशभक्त पाकिस्तानी कभी कल्पना भी नहीं कर सकता।