अनुच्छेद 370 पर बनेगी फिल्म, कहानी एक महिला के दृष्टिकोण से बताई गई विभाजन से शुरु होती है
नई दिल्ली । वह बड़े बजट की इस फिल्म के केंद्र में महिला पात्र को रख रहे हैं। प्रसाद बताते हैं ‘कहानी एक महिला के दृष्टिकोण से बताई गई है जो विभाजन के समय से शुरू होती है। यह चित्रित करेगा कि अनुच्छेद 370 कैसे लागू किया गया इसके क्या प्रतिकूल प्रभाव रहे और इसे कैसे निरस्त किया गया जब वह 90 से अधिक उम्र की हैं।
फिल्म बाहुबली के लेखक के.वी विजेंद्र प्रसाद के लिए यह साल खासा व्यस्त रहा। उन्होंने अपने बेटे और निर्देशक एस एस राजामौली के निर्देशन में बनने वाली फिल्म की पटकथा पूरी की, जिसमें महेश बाबू केंद्रीय भूमिका में होंगे। अब साल खत्म होने के करीब है और अब वह अनुच्छेद 370 की पटकथा पर काम कर रहे हैं।
ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म होगी
यह ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म इस बात पर केंद्रित होगी कि कैसे भारतीय संविधान ने नवंबर 1952 से अगस्त, 2019 तक जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया। अगस्त, 2019 में भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लिया था। प्रसाद की पिछली फिल्में बाहुबली फ्रेंचाइजी और आरआरआर बेहद सफल रही थीं। उसकी कहानी लार्जर दैन लाइफ हीरो के केंद्र में रही।
अब वह बड़े बजट की इस फिल्म के केंद्र में महिला पात्र को रख रहे हैं। प्रसाद बताते हैं, ‘कहानी एक महिला के दृष्टिकोण से बताई गई है, जो विभाजन के समय से शुरू होती है। यह चित्रित करेगा कि अनुच्छेद 370 कैसे लागू किया गया, इसके क्या प्रतिकूल प्रभाव रहे और इसे कैसे निरस्त किया गया, जब वह 90 से अधिक उम्र की हैं।
उनका दृढ़ विश्वास है कि वह तब तक नहीं मरेंगी जब तक कि श्रीनगर के लाल चौक पर भारतीय झंडा नहीं फहराया जाएगा।”” प्रसाद ने हालांकि यह नहीं बताया कि इस पीरियड ड्रामा को कौन बना रहा है। उन्होंने कहा-
मैं उस बॉलीवुड निर्माता का नाम नहीं बता सकता, जिसने मुझसे स्क्रिप्ट लिखने के लिए संपर्क किया है। यह कहानी गहन शोध और लोगों के प्रत्यक्ष अनुभवों पर आधारित है। तथ्यों को लेकर यह सटीक होना चाहिए। यह काल्पनिक नहीं है, हमने केवल उन घटनाओं का नाटकीयकरण किया है जो वास्तव में घटित हुई थीं।’