चेहरे की डेड स्किन से पाना चाहते हैं छुटकारा तो आजमाए ये नेचुरल उपाय
त्वचा को हेल्दी और साफ रखने के लिए एक्सफोलिएशन बहुत जरूरी है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी त्वचा अपनी मृत त्वचा कोशिकाओं को मोड़ने में उतनी सक्षम नहीं होती, जितनी तब थी जब हम छोटे थे। नतीजतन, पुरानी त्वचा कोशिकाएं ढेर हो जाती हैं और स्किन को ड्राई और सुस्त बना देती हैं। हमारी मृत त्वचा हमेशा पूरी तरह से नहीं उतरती है और हमारी त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देती है। एक्सफोलिएशन मृत त्वचा को हटाने की प्रक्रिया है। यह रूखी और तैलीय दोनों तरह की त्वचा के लिए फायदेमंद है। यहां 5 नेचुरल एक्सफोलिएशन स्क्रब दिए गए हैं जिनका इस्तेमाल कर आप घर पर ही हेल्दी स्किन पा सकते हैं।
ऑरेंज एक्सफोलीएटिंग स्क्रब
खट्टे और मीठे खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, एक एंटीऑक्सिडेंट जो कोलेजन के उत्पादन में सहायता करता है। उम्र बढ़ने से रोकता है और नई त्वचा के उत्पादन को बढ़ावा देता है। त्वचा को एक्सफोलिएट करने के लिए संतरे के छिलके को कुछ दिनों के लिए धूप में सुखाना चाहिए, फिर इसे पीसकर पाउडर बना लेना चाहिए। इस पाउडर, हल्दी और शहद से बना पेस्ट प्रभावित त्वचा पर लगाया जाता है और लगभग 10 मिनट के बाद पानी से धो दिया जाता है।
बेसन और हल्दी का स्क्रब
बेसन का इस्तेमाल अक्सर डेड स्किन से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। हल्दी में रासायनिक यौगिक करक्यूमिन होता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-एजिंग और कोलेजन-बूस्टिंग गुण होते हैं। हल्दी घावों के उपचार में भी सहायक होती है। दो सामग्रियों और गुलाब जल या नींबू के रस से बने पेस्ट को चेहरे पर लगाया जा सकता है और फिर सूखने पर धो दिया जाता है।
ओट स्क्रब
यह एक मोटे प्रकार का आटा है जो एक्सफोलिएशन के लिए आदर्श है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ओट्स मुंहासों और अन्य सूजन संबंधी त्वचा रोगों के इलाज के लिए भी अच्छे हैं। चेहरे को स्क्रब करने के लिए बारीक पिसे हुए ओट्स में शहद और पानी मिलाया जाता है या बॉडी स्क्रब के लिए नारियल के तेल, जैतून के तेल या बादाम के तेल के साथ मिलाया जाता है।
जैतून का तेल और चीनी का स्क्रब
यह स्क्रब आमतौर पर एक चम्मच जैतून के तेल एक्स्ट्रा वर्जिन किस्म और कुछ चीनी के साथ तैयार किया जाता है। ज्यादातर प्लांट बेस्ड ऑयल की तरह जैतून के तेल में भी त्वचा पर शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं। चीनी के एक समान दाने, मालिश के दौरान मृत त्वचा को हटाने में मदद करते हैं।
मसूर दाल स्क्रब
ऑर्गेनिक मसूर में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। दाल को नरम करने के लिए रात भर पानी में भिगोया जाता है। फिर इसे पीसकर पेस्ट बना लें, दूध में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। सूखने पर पेस्ट को धो दिया जाता है।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी सवाल या परेंशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।