कांग्रेस ने की बालाघाट के बाद अब भिंड कलेक्टर को हटाने की मांग, लगाए गड़बड़ी के आरोप
भोपाल । बालाघाट के बाद कांग्रेस ने अब भिंड कलेक्टर को हटाने की मांग उठा दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को भिंड कलेक्टर को हटाने की मांग करते हुए उन पर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में निर्वाचन ड्यूटी में लगे कर्मियों को डाक मतपत्र जारी नहीं कर उन्हें (कर्मियों को) मताधिकार से वंचित करने का इल्जाम लगाया।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) को लिखी चिट्ठी में दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट पर घोर अनियमितताएं हुईं, जहां निर्वाचन ड्यूटी में लगे 500 से ज्यादा मतदाताओं को डाक मतपत्र जारी नहीं किए गए।
लहार सीट से नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी हैं, जबकि बीजेपी ने अंबरीश शर्मा को मैदान में उतारा है। दिग्विजय सिंह ने कहा- चुनाव संचालन के नियमों के मुताबिक, जिन सरकारी कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रियाओं में तैनात किया गया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी किए जाने थे। यह आपके संज्ञान में लाया जाना चाहिए कि 500 से ज्यादा ऐसे सरकारी सेवक जिन्होंने फॉर्म-12 के तहत आवेदन किया था, उन्हें डाक मतपत्र जारी नहीं किए गए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसकी शिकायत 11 नवंबर को की गई थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे 500 से ज्यादा सरकारी कर्मचारी वोट डालने से वंचित रह गए। राज्यसभा सदस्य ने अपने पत्र की एक प्रति मीडिया के साथ शेयर की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदान के दिन कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्रों के भीतर जाने की इजाजत नहीं दी गई तथा कुछ बूथों पर जहां वे अंदर थे, उन्हें पीठासीन अफसरों एवं सुरक्षा बलों ने बाहर कर दिया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसे बूथों पर लगाए गए कैमरों की फुटेज से देखा जा सकता है तथा इसे रिटर्निंग अधिकारी के लिए हस्तपुस्तिका में उल्लिखित नियमों का उल्लंघन बताया। कांग्रेस नेता ने मांग की कि भिंड कलेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए तथा उन्हें वहां से स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने कहा कि लहार सीट पर मतगणना के दिन अतिरिक्त इंतजाम किए जाएं। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी के एक चुनाव एजेंट के मुताबिक, ITI परिसर में रखे गए डाक मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की गई तथा जिन बक्सों में उन्हें रखा गया था, उनकी सील टूटी हुई मिली है। मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अफसर अनुपम राजन ने बताया कि उन्होंने जिला रिटर्निंग अफसर (कलेक्टर) से इस मामले पर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इस रिपोर्ट को देखने के पश्चात् वह मुद्दे पर कार्रवाई करेंगे।