आगामी सप्ताह इस तरह से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा – कच्चे तेल के दाम और रुपए की चाल पर भी निवेशकों की नजर
मुंबई । घरेलू कंपनियों के तिमाही परिणाम, वैश्विक रुझान और विदेशी निवेशकों की गतिविधियां इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे बाजार की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण रहेंगे। यदि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध रूप से लिवाल रहते हैं, तो इससे बाजार की तेजी को और समर्थन मिल सकता है। हालांकि भू-राजनीतिक चिंताएं बनी हुई हैं, लेकिन उनका बाजार के कुल रुझान पर सीमित प्रभाव पड़ा है। वैश्विक बाजारों का जुझारूपन इस सकारात्मक धारणा को कायम रखने की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा।
वृहद आर्थिक मोर्चे पर औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों की घोषणा शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद की जाएगी। एक अन्य बाजार के विश्लेषक कहते हैं कि वैश्विक और घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक घटनाक्रम, एफआईआई के साथ घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का रुख, कच्चे तेल का भंडार, डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल, इजराइल-हमास संघर्ष और दूसरी तिमाही के नतीजे इस सप्ताह बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में कुछ बड़ी कंपनियां मसलन एचपीसीएल, एनएचपीसी, आईआरसीटीसी, पावर ग्रिड, टाटा पावर, अशोक लेलैंड, कोल इंडिया, हिंडाल्को, एलआईसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा केमिकल्स अपनी तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। मजबूत वैश्विक संकेतक, स्थिर वृहद आर्थिक आंकड़े और घरेलू कंपनियों के बेहतर नतीजों से बाजार मजबूत हुआ है।
इसके अलावा फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में और बढ़ोतरी नहीं करने का संकेत तथा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।