INDIA गठबंधन नहीं PDA देगा मोदी को मात, ‘कांग्रेस का धोखा, सबने देखा’अखिलेश यादव ने कहा
पांच राज्यों में होने वाले चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन दरकता हुआ नजर आ रहा है। आज मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करने पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर धोखा देने का आरोप लगाया।
पांच राज्यों में होने वाले चुनाव से पहले विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया इंडिय गठबंधन दरकता नजर आ रहा है। एक ओर कल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस की मंशा पर सवाल दागे तो दूसरी ओर बीजेपी तो हमेशा से यह कहती आ रही है कि यह गठबंधन नहीं बल्कि मौकापरस्तों का कुछ दिनों का संगम है।
चुनाव आते-आते इसमें कोई नहीं बचेगा। लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन को छोड़कर पीडीए का राग अलाप रहे हैं। अखिलेश अपने किसी भी बैठक और जनसभा में इंडिया गठबंधन की नहीं बल्कि पीडीए की चर्चा करते हैं।
कांग्रेस का धोखा,सबने देखा अखिलेश यादव
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश के लोगों ने बड़े करीब से देखा है कि गठबंधन को धोखा देने का काम किसी ने किया है तो वो कांग्रेस ने किया है… लोकसभा का चुनाव जब आएगा तो गठबंधन की बात होगी… NDA को हराने का काम PDA की ताकत करेगी… मुझे खबर मिली है कि मध्य प्रदेश में जितने संभाग नहीं हैं भाजपा मुख्यमंत्री पद के उतने प्रत्याशियों को लिए घूम रही है।”
अखिलेश ने दिखाए तल्ख तेवर
जनसभा को संबोधित करते हुए सपा चीफ ने कहा कि “मुझे याद है उस समय मुख्यमंत्री जो बने थे कांग्रेस के उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी अगर समर्थन कर दे तो दूसरे दलों से भी समर्थन मिल जाएगा। सबसे पहले सपा ने अपने इकलौते विधायक का समर्थन दिया और फिर दूसरे दल का समर्थन मिला और उसके बाद गवर्नर ने बुलाकर कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया। जब कभी भी हम सरकार में आएंगे या हमारे सहयोग से सरकार बनेगी तो सबसे पहले जातियों की गिनती कराएंगे।”
बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक जैसे
अपने संबोधन में अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके। आगे उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के एक जैसा बताते हुए कहा,”बदलाव के लिए और एक नए रास्ते के लिए मैं आपसे अपील करने आया हूं। अगर गहराई से देखोगे आप तो कांग्रेस और बीजेपी में कोई फर्क नहीं है, उनके सिद्धांतों में कोई फर्क नहीं। बड़े संघर्ष और समाजवादियों की लड़ाई के बाद जाकर मंडल कमीशन लागू हुआ था।”