ईरान की चेतावनी, इजरायल ने हमास में बंद किया हमला, तो युद्ध में होगा शामिल
तेल अवीव। शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध पूरे मध्य-पूर्व में बड़े संघर्ष में बदल सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें चिंता है कि लेबनानी समूह हिजबुल्लाह इजरायल के उत्तर से हमला कर सकता है या ईरान इसमें शामिल हो सकता है। इस तरह के संघर्ष को रोकने के लिए बल प्रदर्शन के लिए अमेरिकी युद्धपोतों का एक और बेड़ा इस क्षेत्र की ओर जा रहा है।
अमेरिकी रक्षा सचिव इजरायल हमास युद्ध, इजरायल फिलिस्तीन विवाद, इजरायल मैप, इजरायल और फिलिस्तीन का इतिहास, इजरायल में हमलालॉयड ऑस्टिन ने शनिवार देर रात एक-दूसरे वाहक समूह की तैनाती की घोषणा की। विमानवाहक पोत यूएसएस ड्वाइट आइजनहावर पूर्वी भूमध्य सागर में विशाल विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड सहित एक छोटे बेड़े में शामिल हो जाएगा। उन्होंने इसे ‘इस युद्ध को बढ़ाने की कोशिश करने वाले किसी भी राज्य या गैर-राज्य तत्वों को रोकने के हमारे संकल्प’ बताया।
इस युद्ध में हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि इजरायल छोटे, घनी आबादी वाले इलाके पर अपेक्षित जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है।
वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बताया कि ‘इस संघर्ष के बढ़ने, उत्तर में दूसरा मोर्चा खुलने और निश्चित रूप से ईरान की भागीदारी का जोखिम है। इन टिप्पणियों को व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने दोहराया, जिन्होंने फॉक्स न्यूज को बताया कि वाइट हाउस ‘संभावित वृद्धि या इस संघर्ष के विस्तार’ के बारे में चिंतित है।
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने चेतावनी दी कि उनका देश कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने अल जजीरा को बताया कि उसने इजरायली अधिकारियों को एक संदेश दिया है कि ‘यदि वे गाजा में अपने अत्याचार बंद नहीं करते हैं, तो ईरान केवल मूकदर्शक नहीं बना रह सकता है।’ उन्होंने चेतावनी दी, ‘अगर युद्ध का दायरा बढ़ा तो अमेरिका को भी काफी नुकसान होगा।’
मानवतावादी संकट
अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे गाजा में मानवीय संकट को कम करने में मदद के लिए जुट रहे हैं। बाइडन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए एक संदेश में कहा, ‘हमें इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि फिलिस्तीनियों के भारी बहुमत का हमास के भयावह हमलों से कोई लेना-देना नहीं है और वे उनके परिणामस्वरूप पीड़ित हैं।’
अमेरिका ने तुर्की में पूर्व राजदूत डेविड सैटरफील्ड को मध्य-पूर्व मानवीय मुद्दों के लिए विशेष दूत नियुक्त किया है। विदेश विभाग ने कहा, उनका ध्यान गाजा संकट पर होगा, जिसमें ‘सबसे कमजोर लोगों को जीवन रक्षक सहायता के प्रावधान को सुविधाजनक बनाने और नागरिकों की सुरक्षा को बढ़ावा देने का काम भी शामिल है।’
समंदर में उतरा अमेरिका का कुतुब मीनार से ऊंचा जंगी जहाज
गाजा की सरहद से लगे इलाकों में इजरायली टैंक गोले दाग रहे हैं। आसमान और जमीन के बाद इजरायल ने अब समंदर से भी हमास की घेराबंदी कर दी है। इसमें अमेरिका भी उसकी मदद कर रहा है। है उसके दो विमानवाहक जंगी पोत भूमध्यसागर में इजरायल की मदद के लिए पहुंच गए हैं। परमाणु ऊर्जा से चलने वाला जंगी जहाज गेराल्ड फोर्ड 76 मीटर ऊंचा है। इस तरह उसकी ऊंचाई कुतुब मीनार से भी अधिक है।