कोर्ट में गोली…; हरियाणवी गाने पर न्यायपालिका का अपमान, गुजरात HC तक पहुंची बात
नई दिल्ली: हरियाणावी गाने ‘कोर्ट में गोली’ पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है और मुद्दा गुजरात हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। कोर्ट से यह आरोप लगाते हुए शिकायत की गई है कि इसमें न्यायपालिका का अपमान किया गया है। बुधवार को कोर्ट ने कहा कि अगली सुनवाई में इस गाने को देखा जाएगा और यह जांच की जाएगी कि क्या यह न्यायपालिका को निशाना बना रहा है। केस की अगली सुनवाई अगले सप्ताह की जाएगी।
बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीफ जस्टिस सुनिता अग्रवाल और जस्टिस अनिरुद्ध मयी उमाकांत चौहान की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। दिसंबर 2022 में यूट्यूब पर अपलोड किए गए इस गाने पर उन्होंने आपत्ति जाहिर करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वकील कुलदीप सोलंकी ने बेंच को बताया कि गाने में अपराधियों को न्यायपालिका से ऊपर दिखाने की कोशिश की गई है।
सोलंकी ने दलील दी, ‘गानें में दिखाया गया है कि एक अपराधी कोर्ट में पेशी के दौरान जज के सामने गवाह को गोली मार देता है। यह सीधे तौर पर न्यायपालिका पर निशाना है। वे दिखाना चाहते हैं कि अपराधी भारतीय न्याय व्यवस्था से ऊपर हैं।’ कोर्ट ने सोलंकी को यह भी बताने को कहा कि उन्हें किस पंक्ति पर आपत्ति है। वकील ने जवाब दिया, ‘केवल एक लाइन जब अपराधी कहता है- भरी कोर्ट में बी गोली मारेंगे, मेरी जान, माथा जज का भी आवेंगे पसीने देखिए।’
वकील ने कहा कि गाने में इस बात को दृश्य के माध्यम से भी दिखाया गया है। वकील की ओर से पेश दलीलों के बाद जज ने कहा कि वे गाने को पूरा देखने के बाद कोई फैसला करेंगे। चीफ जस्टिस ने कहा, ‘पहले हमें गाना देख लेने दीजिए, उसके बाद ही हम कुछ कह सकते हैं या निर्णय कर सकते हैं।’ उन्होंने केस को अगले सप्ताह के लिए सूचीबद्ध करने को कहा।