रिम्स मे 46 वर्षीय मरीज़ की आपातकालीन स्थिति में सफल ओपन हार्ट सर्जरी

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मरीज के हृदय का तीन वाल्व खराब हो गया था

RANCHI: रिम्स कार्डियोथोरेसिक विभाग (CTVS) में 46 वर्षीय एक मरीज़ की आपातकालीन स्थिति में सफल ओपन हार्ट सर्जरी किया गया।

CTVS सर्जरी टीम का नेतृत्व डॉ. राकेश चौधरी ने किया।

वहीं कार्डिएक एनेस्थीसिया टीम में डॉ शिव प्रिये, डॉ. नितीश कुमार, डॉ तौसिफ, डॉ शिल्पी, ओटी असिस्टेंट खुशबू और राजेंद्र शामिल थे।

 

हजारीबाग निवासी सुरेश राणा के हृदय का तीन वाल्व खराब हो गया था।

जिसे चिकित्सकीय भाषा में Combination of Valvular heart disease Mitral Stenosis, Severe AR, Severe TR, Severe PAH with congestive heart failure कहते हैं।

मरीज़ को पिछले कुछ दिनों से साँस फूलने, शरीर में सूजन और तेज धड़कन की परेशानी हो रही थी।

उनकी इकोकार्डियोग्राफी व कार्डियक सीटी की गई, जिसमें उनकी बीमारी का पता चला।

ज्ञात हो कि congestive heart failure एक गंभीर और जानलेवा दिल की बीमारी है।

ऐसी बीमारी में जान बचाना मुश्किल होता है और इस मरीज़ के दिल का तीन वाल्व खराब थे जिस वजह से स्थिति और भी गंभीर थी।

मरीज़ के फेफड़े की नस का प्रेसर भी काफी बढ़ गया था।

दिल का आकार समान्य की तुलना में दो गुना बढ़ गया था और दिल के चारों ओर पानी भर गया था।

पहले वह रिम्स के मेडिसिन विभाग में भर्ती हुए जिसके पश्चात CTVS विभाग में उन्हें स्थानांतरित किया गया।

पहले स्थिति को दवाओं से स्थिर करने की कोशिश की गई, लेकिन दवा से सुधार नहीं होने पर ऑपरेशन किया गया।

आयुष्मान योजना के तहत रिम्स की अमृत फार्मेसी से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए आवश्यक सामग्री प्राप्त की गयी।

और सफलतापूर्वक ओपन हार्ट सर्जरी कर मरीज़ के Mitral वाल्व, aortic वाल्व को बदल दिया और tricuspid वाल्व का रिपेयर करके ठीक किया गया।

ऑपरेशन के बाद मरीज़ अच्छी स्थिति में हैं और लक्षणों में सुधार है।

यह सर्जरी आयुष्मान योजना के तहत पूरी तरह नि:शुल्क की गई है।

CTVS आईसीयू इंचार्ज सिस्टर सुनीता, प्रिसिला, रीना, Perfusionist अमित, फ्लोर स्टाफ प्रीति व सूरज ने भी मरीज की देखभाल में अपना योगदान दिया।

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