स्वास्थ्य विभाग के बैकबोन हैं एनएचएम कर्मी : प्रधान सचिव

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स्वास्थ्य विभाग में अच्छे काम से सुधर रहा है राज्य का स्वास्थ्य सूचकांक

प्रधान सचिव  ने एनएचएम के तहत संचालित कार्यो की समीक्षा की

RANCHI: नामकुम स्थित आरसीएच सभागार में बैठक आयोजित हुई।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, अजय कुमार सिंह ने कहा है कि राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहे हैं।

जिसका सुखद परिणाम देखने को मिल रहा है।

राज्य में मातृत्व मृत्यु दर 56 है जबकि राष्ट्रीय औसत 97 है। झारखण्ड का शिशु मृत्यु दर 25 है जबकि राष्ट्रीय औसत 27 है।

राष्ट्रीय औसत से राज्य का प्रदर्शन बेहतर है, जो किए जा रहे कार्यो का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है।

प्रधान सचिव मंगलवार को नामकुम स्थित आरसीएच सभागार मेें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्यभर में किए जा रहे कार्यो की समीक्षा कर रहे थे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के अभियान निदेशक अबु इमरान ने प्रधान सचिव को बताया कि टी.बी. उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य हो रहा है। आई.सी.एम.आर. के निदेशानुसार राज्य के 12 चयनित जिलों में 1 लाख 82 हजार 156 योग्य लाभुकों को एडल्ट बीसीजी का टीका लगाया गया है।

गांव स्तर पर अभियान चलाकर 52,666 टीबी के नए मरीज खोजे गए है, जिसका समुचित इलाज किया जा रहा है।

वर्ष 2025 तक टी.बी उन्मूलन का लक्ष्य है जिसे प्राप्त करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाए जा रहे है।

3035 निःक्षय मित्रों के सहयोग से 56,657 टीबी मरीजों को फूड बास्केट उपलब्ध कराए गए हैं।

प्रधान सचिव ने प्रधानमंत्री.आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम.एबीएचआईएम) और 15 वां वित्त के लिए नोडल और समन्वयक को अलग से जिम्मेवारी सौपने का निर्देश दिया।

ताकि कार्यक्रम का सफल संचालन किया जा सके।

उन्होने बजटीय प्रावधानों के तहत खर्च और हिसाब किताब की माॅनिटरिंग के लिए अलग से एक अधिकारी को जिम्मेदारी देने का निर्देश दिया।

उन्होने वर्क स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए नई जिम्मेदारी तय करने का भी निर्देश दिया।

प्रधान सचिव ने कार्यक्रमवार कार्यों की समीक्षा की और सुधार हेतु कई निर्देश भी दिए।

प्रधान सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के कर्मचारी अनुबंध पर हैं, लेकिन वे स्वास्थ्य विभाग के बैकबोन हैं।

इसे और मजबूत करने की जरूरत है।

उन्होंने एचआर पाॅलिसी जल्द तैयार करने का भी निर्देश दिया।

कर्मचारी हित को ध्यान में रखते हुए उन्होने पीएफ की सुविधा देने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को विवरणी भेजने, आरसीएच परिसर में डिस्पेंसरी बनाने और कर्मचारियों के आवासन हेतु अन्यान्य व्यवस्था करने पर सहमति व्यक्त की।

इसके पूर्व अभियान निदेशक श्री अबु इमरान ने पौधा देकर प्रधान सचिव का स्वागत किया।

रिक्रूटमेंट बोर्ड का गठन कर नियुक्ति कराएं
प्रधान सचिव ने राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड में रिक्त पदो ंपर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू कराने का निर्देश दिया।

उन्होने कहा कि किसी परीक्षा एजेंसी के बजाय रिक्रूटमेंट बोर्ड का गठन कर मेरिट बेसिस पर नियुक्ति विभाग स्वयं कराएं।

उन्होने नियुक्ति के नियमों को एचआर पाॅलिसी में भी डालने का निर्देश दिया।
इस दौरान प्रधान सचिव ने आरसीएच कैंपस स्थित विभिन्न कोषांगों का निरीक्षण भी किया।

समीक्षा बैठक में प्रधान सचिव  अजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक अबु इमरान के अलावा, निदेशक प्रमुख सी. के. शाही, प्रशासी पदाधिकारी श्री लक्ष्मी नारायण किशोर, उपनिदेशक डाॅ0 अश्विनी कुमार, डाॅ0 बी.के. सिंह, डाॅ0 रंजीत प्रसाद, डाॅ0 पंकज, डाॅ0 जाॅन एफ कैनेडी, डाॅ0 बुका उरांव, डाॅ0 पुष्पा, डाॅ0 लाल माझी, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती अनिमा किस्कु सहित अन्य अधिकारी एवं परामर्शी मौजूद थे।

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