हमास की अल-कसम ब्रिगेड ने आतंकियों के वीडियोज जारी ,साल 2021 में हुए संघर्ष के बाद ही गाजा में ट्रेनिंग ले रहे
तेल अवीव: हमास की तरफ से शनिवार को इजरायल पर किया गया हमला, कई दशकों में हुआ सबसे भयानक आतंकी हमला है। इस हमले के साथ ही इजरायल के डिफेंस सिस्टम भी कमजोर साबित हो गए। इजरायल के सुरक्षा सिस्टम में इतनी बड़ी सेंध कैसे लगी, कोई भी समझ नहीं पा रहा है। अब एक रिपोर्ट के मुताबिक फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने इस सबसे विनाशकारी हमले को अंजाम देने के लिए लगभग 1000 लड़ाकों की एक सेना तैनात की थी। इन लड़ाकों को स्पेशल यूनिट्स में तैनात किया गया था। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच दोनों तरफ से अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
कई हमास नेता भी इससे अनजान
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ये आतंकी साल 2021 में हुए संघर्ष के बाद से ही गाजा में ट्रेनिंग ले रहे थे। हमास की सशस्त्र शाखा इज अल-दीन अल-कसम ब्रिगेड की तरफ से इन आतंकियों के कुछ वीडियोज जारी किए गए थे। इन वीडियोज में लड़ाकों को ट्रेनिंग लेते हुए देखा जा सकता है। इन वीडियोज में साफ नजर आ रहा था कि कैसे आतंकी लैंडिंग का अभ्यास कर रहे हैं। आतंकियों को एक नकली इजरायली बस्ती का निर्माण करते हुए भी दिखाया गया है। हालांकि वीडियोज की तारीखों और जगहों के बारे में कोई भी पुष्टि नहीं की जा सकी है। कहा जा रहा है कि कई हमास नेताओं को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी
हमास की मिसाइल यूनिट
हमास की तरफ से हमले की शुरुआत में कहा गया था कि उसने पहले दौर में 3000 रॉकेट दागे थे। इजरायल की सेना की तरफ से कहा गया है कि 2500 रॉकेट दागे गए थे। इन रॉकेट्स का मकसद लोगों को डराना और उन्हें भ्रम में डालना था। साथ ही हमास के आतंकियों को गाजा के आसपास की मजबूत बाड़ को तोड़ने और ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए कवर प्रदान करना था।
हमास की एयरबॉर्न यूनिट
हैंग ग्लाइडर या मोटर से चलने वाले पैराग्लाइडर पर आतंकियों की कई टीमें सीमा पर पहुंच गई थीं। इन्होंने जमीन पर होने वाले हमले के लिए इलाके को सुरक्षित किया। हमास की तरफ से आए वीडियोज में एयरफोर्स फाल्कन स्क्वाड्रन इस बैज के साथ यूनिट को देखा जा सकता है। कुछ आतंकवादियों ने वन-पर्सन पैराग्लाइडर का प्रयोग किया। जबकि बाकी टू-पर्सन पैराग्लाइडर पर थे। इसमें उन्हें हथियारों के साथ टारगेट पर लैंड करने और फिर यहां पर ट्रेनिंग लेते हुए देखा जा सकता है। जो फुटेज सामने आई है उसमें एयरबॉर्न यूनिट इजरायल में एक फेस्टिवल पर हमला करती है। कुछ फ़ुटेज में फाइटर जेट्स को हवा में देखा जा सकता है।
एलीट कमांडो ग्राउंड यूनिट
यह 400 एलीट कमांडो का ग्रुप है जिसका मकसद विस्फोटकों की मदद से गाजा की दीवार को तोड़ना था। इसके बाद ही आतंकी इजरायल की सीमा में घुसपैठ कर सके। कुछ क्रॉस-ऑन मोटरसाइकिलों के बाद, छेदों को चौड़ा करने के लिए बुलडोजर का भी प्रयोग किया गया ताकि टीमें पिक-अप व्हीकल के साथ इजरायल के क्षेत्र में दाखिल हो सकें। सूत्रों की मानें तो कमांडो ने इजरायल की फर्स्ट डिफेंस लाइन पर हमला किया। जहां सैनिक सोते थे वहां पर भी हमला बोला। इसके साथ ही दक्षिणी इजरायल में उसके ठिकानों और मुख्यालयों पर कब्जा कर लिया।
हमास की ड्रोन यूनिट
सीमा पर निगरानी के लिए हमास ने ड्रोन का प्रयोग किया। हमास ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उसने जौरी नामक ड्रोन का जिक्र किया है। हमास ने इनका प्रयोग घुसपैठ के लिए रास्ता बनाने के लिए किया गया था। साथ ही इसने आतंकियों की तरफ से गाजा से ड्रोन लॉन्च करने का एक वीडियो भी जारी किया।
हमास की इंटेलीजेंस यूनिट
हमास अपनी इंटेलीजेंस यूनिट का प्रयोग इजरायली सैनिकों की स्थिति और गतिविधियों की पहचान करने और उनके मुख्यालय की निगरानी करने के लिए कर रहा था। इस यूनिट के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।