Space Tourism: स्पेस टूरिज्म आम लोगों के लिए कितनी आसान? मस्क की कंपनी ने खोल दी राह, जानें
वाशिंगटन । एलन मस्क की कंपनी ने एक नया इतिहास रच दिया है। मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट पोलारिस डॉन में सवार होकर अरबपति टेक्नोलॉजी कारोबारी जेरेड आइजैकमैन अपने साथियों के साथ पांच दिन की अंतरिक्ष की सैर करके रविवार को धरती पर लौट आए। इसमें काफी पैसा खर्च हुआ और इसके लिए सूट भी स्पेसएक्स ने भी डिजाइन किया था। यह अंतरिक्ष की यात्रा में नेक्स्ट लेवल सरीखा है। सवाल उठता है कि क्या इसने भविष्य में आम लोगों के लिए स्पेस टूरिज्म की राहें खोल दी हैं? स्पेस टूरिज्म की राह आम लोगों के लिए कितनी आसान है? इसके लिए ऑप्शंस क्या-क्या हैं? इसमें कितना खर्च हो सकता है? आइए आज जानते हैं इन सारे सवालों के जवाब…
भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए रास्ते खोले
एलन मस्क की कंपनी का स्पेस मिशन एक कॉमर्शियल मिशन है, जिसने भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए रास्ते खोले हैं। हालांकि इसमें लगने वाला पैसा काफी ज्यादा होगा, लेकिन इससे यह तो तय हो ही गया कि एक सिविलियन भी अंतरिक्ष की यात्रा कर सकता है। हालांकि इसकी शुरुआत साल 2021 में ही हो गई थी, जब 15 से ज्यादा सिविलियंस ने स्पेस टूर किया। हालांकि उससे भी काफी पहले अप्रैल 2001 में डेनिस टीटो नाम के अमेरिकी रईसजादे ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में आठ साल गुजारे थे। इस ट्रिप के लिए टीटो ने 20 मिलियन डॉलर खर्च किए थे और वह पहले शख्स थे जिन्होंने निजी तौर पर स्पेस टिकट खरीदा था। अगले कुछ साल में इसका फैशन बढ़ता गया और निजी तौर पर अंतरिक्ष की यात्रा करने वालों की संख्या भी बढ़ी।
यह कंपनियां करा रहीं स्पेस की सैर
अमीरों में अंतरिक्ष यात्रा की सैर का शौक बढ़ता देख कई कंपनियां अस्तित्व में आईं। आज की तारीख में एक दर्जन से ज्यादा ऐसी कंपनियां हैं, जो अंतरिक्ष की यात्रा कराने का दावा करती हैं। लेकिन यहां पर हम प्रमुख रूप से छह कंपनियों की बात करेंगे। यह कंपनियां हैं वर्जिन गैलेक्टिक, ब्लू ओरिजिन, स्पेसएक्स, बोइंग, एग्जिओम स्पेस और स्पेस पर्सपेक्टिव। इसमें पहली दो कंपनियां तो लोगों को अंतरिक्ष का अनुभव भर दिलाती हैं। मसलन ब्लू ओरिजिन, जो अमीर लोगों को उप-कक्षीय यात्राओं पर भेजती हैं। वहीं, एग्जिओम और बोइंग लोगों को ऑर्बिटल मिशन पर ले जाने की तैयारी में हैं। इसमें एलन मस्क की कंपनी सबसे आगे निकली, जिसने अपने खास प्लेन से चार लोगों को स्पेस में भेजा और सफल वापसी करने में भी कामयाब रही।
क्या हैं ऑर्बिटल और सबऑर्बिटल फ्लाइट्स
यह दोनों बिल्कुल अलग हैं। ऑर्बिटल फ्लाइट का मतलब यह हुआ कि आपकी एस्ट्रोनॉट्स की तरह से ट्रेनिंग होगी। इसके बाद आप स्पेस फ्लाइट में सवार होकर अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएंगे और वहां कुछ दिनों तक रुकेंगे। लेकिन सबऑर्बिटल फ्लाइट इसका सस्ता वर्जन होता है। यह दो से तीन घंटे के लिए रहता है। आप उड़ान भरते हैं, कुछ देर के लिए धरती की सतह से काफी ऊपर जाते हैं। वहां पर महसूस करते हैं कि अंतरिक्ष में जाने पर कैसा लगता होगा। इसके बाद वापस धरती पर लैंड कर जाते हैं। इसे ऐसे समझिए कि एक स्पेसफ्लाइट आपको धरती की सतह से 100 किमी दूर तक ले जाती है। इस दौरान रफ्तार करीब 28 हजार किमी प्रति घंटे तक होती है। वहीं, सबऑर्बिटल फ्लाइट आपको धरती की सतह से 50 या इससे कुछ किमी और ऊपर ले जाएगी, जिस दौरान आपकी रफ्तार करीब 6000 किमी तक ही रह सकती है।
कितना होता है खर्च
अब अलग-अलग कंपनियों के स्पेस टूर पर होने वाले खर्च की बात कर लेते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप धरती की सतह से कितना दूर जाना चाहते हैं। दूरी जितनी ज्यादा होगी, जाहिर सी बात है खर्च भी उतना अधिक होगा। अब अलग-अलग कंपनियों के हिसाब से देखें तो वर्जिन गैलेक्टिक दो घंटे की सबऑर्बिटल फ्लाइट में 80 किमी तक ले जाती है और उसका खर्च आता है 250,000 डॉलर। इसी तरह ब्लू ओरिजिन मात्र 12 मिनट के लिए धरती की सतह से 100 किमी दूर ले जाती है और खर्च आता है करीब 300,000 डॉलर। एग्जिओम स्पेस 10 दिन की ऑर्बिटल फ्लाइट के लिए 55 मिलियन डॉलर चार्ज करती है। जबकि स्पेस पर्सपेक्टिव छह घंटे की फ्लाइट में धरती की सतह से 32 किमी दूर ले जाती है और 125,000 डॉलर लेती है।
क्या आप भी कर सकते हैं स्पेस की यात्रा?
इसका जवाब आपकी जेब पर निर्भर करता है। अगर आपके पास इतने पैसे हैं कि आप स्पेस यात्रा की कॉस्ट बियर कर सकते हैं तो शौक से जाइए। हालांकि पैसे होने के बाद भी आपको कुछ खास टेस्ट्स से गुजरना होगा, जिसके बाद ही तय हो पाएगा कि आप अंतरिक्ष की सैर करने के लिए पूरी तरह से फिट हैं। इसमें उम्र और हृदय की स्थिति के साथ-साथ फिटनेस भी एक अहम भूमिका निभाएगी।
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