बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब हसीना की पार्टी का हो रहा सफाया, मेजर जनरल को किया बर्खास्त

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ढाका । बांग्लादेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सेना प्रमुख जनरल अरमान उल-हक ने सत्ता पर नियंत्रण लिया है। भारत समर्थक मेजर जनरल को बर्खास्त कर दिया गया है और अमेरिका समर्थक लेफ्टिनेंट जनरल को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हसीना की पार्टी के मंत्रियों और बड़े नेताओं की गिरफ्तारी की जा रही है। सेना ने भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप में कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में लिया है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद आर्मी चीफ वकार उज जमां ने सत्ता पर शिकंजा कस लिया है। छात्रों के आरक्षण विरोधी आंदोलन की आग को भड़काने वाले बीएनपी और जमात के साथ आर्मी चीफ ने बड़ी डील की है।

इसके तहत पूर्व पीएम हसीना की पार्टी अवामी लीग का सफाया करना है। अब तक हसीना सरकार के 10 मंत्री और अन्य कई बड़े नेताओं को अरेस्ट किया गया है। देश छोड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद और पूर्व टेलीकॉम मंत्री जुनेद अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया। इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बिना किसी पूर्व मंत्री, नेता या नौकरशाह को देश छोड़ने की इजाजत नहीं है। धरपकड़ के डर से सैकड़ों नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं। जबकि बीएनपी और जमात के लगभग 9 हजार कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया।

बांग्लादेश से भारतीयों को निकालने जैसे हालात अभी नहीं: जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित है और उन्हें निकालने की जरूरत नहीं है। बांग्लादेश संकट पर भारत की नीति फिलहाल देखो और इंतजार करो की है। बाहरी हस्तक्षेप की स्थिति से निपटने के लिए भी भारत तैयार है। सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विभिन्न दलों के नेताओं को बांग्लादेश की स्थिति और भारत की रणनीति की विस्तार से जानकारी दी। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने हसीना सरकार के पतन में विदेशी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया। नई दिल्ली में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, बांग्लादेश से भारतीयों को निकालने जैसे हालात अभी नहीं हैं। सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा, लगभग 8 हजार छात्र वहां से लौट चुके हैं। अभी वहां 12 हजार भारतीय हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी बैठक में शामिल हुए।

प्रधानमंत्री आवास के परिसर में बिक रही चाट
बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। राजधानी ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास के परिसर में चाट बेचने की घटनाएं हो रही हैं। इस विचित्र घटनाक्रम ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और देश की वर्तमान स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। पीएम हाउस, जो कि देश का एक महत्वपूर्ण स्थान है, वहां इस तरह की गतिविधियों का होना सुरक्षा में बड़ी कमी को दर्शाता है। यह घटना उस समय सामने आई जब प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध तेज हो गए थे। हसीना के इस्तीफा देने और बांग्लादेश छोड़कर जाने के बाद पीएम हाउस ‘गणबंधन’ को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, यहां चाट-समोसे के खोमचे भी लग गए हैं।

बांग्लादेश सेना ने भारत समर्थक मेजर जनरल किया बर्खास्त
बांग्लादेश सेना ने भारत समर्थक मेजर जनरल को बर्खास्त कर दिया और अमेरिका समर्थक लेफ्टिनेंट जनरल को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की है। भारत, अमेरिका, और अन्य देशों ने स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। बांग्लादेश में चल रहे इस राजनीतिक संकट का परिणाम अनिश्चित है। यदि सेना और अंतरिम सरकार देश में स्थिरता और शांति बहाल करने में सफल होती हैं, तो यह बांग्लादेश के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है। हालांकि, अगर यह संकट लंबा खिंचता है और विपक्षी दलों के साथ टकराव बढ़ता है, तो इससे देश में और अधिक अस्थिरता पैदा हो सकती है।

खालिदा जिया के बेटा लंदन से पहुंच रहा ढाका
नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस ( 84 ) अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे। उन्हें मुख्य सलाहकार बनाया गया है। देर शाम को तीनों रक्षा प्रमुखों और बांग्लादेश स्टूडेंट यूनियन के 13 सदस्यों की राष्ट्रपति से मुलाकात में यूनुस के नाम पर सहमति बनी है। यूनुस अभी पेरिस में हैं। वे ओलिंपिकआयोजन समिति के सदस्य हैं। पूर्व पीएम खालिदा जिया की बीएनपी पार्टी की आमसभा होगी। बीएनपी के कार्यवाहक चेयरपर्सन तारिक रहमान सभा को संबोधित करेंगे। तारिक खालिदा जिया के पुत्र हैं, वे बुधवार को लंदन से ढाका पहुंच रहे हैं। को भंग कर दिया है। स्टूडेंट यूनियन ने मंगलवार बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद तक संसद भंग करने का अल्टीमेटम दिया था।

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