मलेरिया, चिकनगुनिया के बाद अब जीका वायरस का खतरा मंडराया , महाराष्ट्र में 9 पीड़ित
news editor July 7, 2024 0केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया गया है कि वे गर्भवती महिलाओं की जीका वायरस जांच पर ध्यान केन्द्रित करें
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ अतुल गोयल ने जारी किया परामर्श
MUMBAI : बरसात के मौसम से जहा लोगो को गर्मी से राहत मिली है, वही दूसरी ओर मौसमी बीमारियो ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी जानलेवा वायरस के साथ साथ अब जीका वायरस भी लोगो की जान के लिए खतरा बन गया है।
महाराष्ट्र में जीका वायरस अपना असर दिखा रहा है।
राज्य में अब तक 9 मामले सामने आ चुके हैं।
जीका वायरस तेजी से पांव पसार रहा है.इधर जीका वायरस के कुछ मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को परामर्श जारी कर देशभर में हालात पर कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया।
गर्भवती महिलाओं की पर ध्यान केन्द्रित करने का निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया गया है कि वे गर्भवती महिलाओं की जीका वायरस जांच पर ध्यान केन्द्रित करें तथा संक्रमित पाई जाने वाली महिलाओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करें।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ अतुल गोयल परामर्श जारी किया है।
तदनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य सुविधाओं से एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का भी निर्देश दिया, जो एडीज मच्छरों से होने वाले संक्रमण की निगरानी करते हुए कार्रवाई करेगा।
महाराष्ट्र के पुणे में 55 वर्षीय एक महिला के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
इसी के साथ, शहर में इस घातक वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर सात हो गई।
जबकि कोल्हापुर व संगमनेर में एक-एक मामले सामने आ चुके हैं।
पुणे नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि नवीनतम मामला कोथुर्ड के दाहनुकर कॉलोनी से है और पीड़ित महिला ने शरीर पर चकत्ता बनने और जोड़ों में दर्द होने की शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि महिला की सेहत ठीक है।
उसे फिलहाल अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है।
अधिकारी के मुताबिक, जीका वायरस से संक्रमित दोनों महिलाओं की उम्र 28 और 35 साल है।
एडीज मच्छर के काटने से फैलता है
जीका वायरस, एक तरह का बुखार है. यह वायरस संक्रमण एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इस मच्छर से डेंगू और चिकनगुनिया भी होता है।
गर्भवती महिलाओं के इस वायरस से संक्रमित होने पर उसके गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क का पूर्ण विकास नहीं होने के चलते सिर का आकार छोटा होने की आशंका रहती है।
पुणे में सबसे पहले मिला पहला मामला
अधिकारियों ने बताया कि पुणे में जीका वायरस से संक्रमण का पहला मामला एरांडवाने से तब आया, जब 46 वर्षीय एक चिकित्सक के संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
उन्होंने बताया कि डॉक्टर की 15 वर्षीय बेटी भी संक्रमित पाई गई है।
जीका वायरस के लक्षण
इस वायरस संक्रमण में लक्षण का पता बहुत कम पता चलता है।
5 में से 1 में इसके लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
संक्रमित व्यक्ति भी नहीं समझ पाता की वह जीका से पीड़ित है।
इसके पाच लक्षण
1. बुखार आना.
2. सिरदर्द
3. जोड़ों का दर्द
4. आंखों के सफेद भाग में लालिमा
5. त्वचा में चकता दिखने लगता है, जिसमें खुजली होती है।