पुस्तक त्रिदिवसीय आध्यात्मिक साधना का विमोचन संपन्न
RANCHI: ज्ञानलतिका टोप्पो द्वारा लिखित पुस्तक त्रिदिवसीय आध्यात्मिक साधना का विमोचन आज स्थानीय सत्य भारती सभागार डा कामिल बुल्के पथ में हुआ।
ज्ञानलतिका टोप्पो की पुस्तक त्रिदिवसीय आध्यात्मिक साधना का विमोचन सत्य भारती के निदेशक फादर जस्टिन तिर्की,फादर अलेक्स तिर्की, प्रभाकर तिर्की,
रतन तिर्की, फादर जेम्स टोप्पो,डा रजनी सिंकू, मालती टोप्पो और लेखिका के पति सेवानिवृत्त डीआईजी हेमंत टोप्पो ने किया।
विमोचन समारोह में शामिल सत्य भारती के निदेशक जस्टिन तिर्की ने कहा कि यह पुस्तक हर मनुष्य के जीवन और रोजमर्रा दिनचर्या में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि ज्ञानलतिका टोप्पो ने जीवन की हर मुश्किल को आसान करने और समस्याओं के समाधान में साधना को महत्वपूर्ण बताया है।
जस्टिन तिर्की ने इस पुस्तक को आत्मसात करने पर बल दिया।
पुस्तक की लेखिका ज्ञानलतिका टोप्पो ने बताया कि फादर अनिल देव की जीवनी के अध्ययन से उसे बहुत प्रेरणा मिली और उन्ही से प्रेरित होकर उन्होंने इस पुस्तक के माध्यम से जीवन में अध्यात्मिक साधना के महत्व को समझा।
ज्ञानलतिका ने कहा कि इस पुस्तक में सिर्फ धर्म की व्याख्या नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली में साधना का महत्व बताने की एक छोटी सी कोशिश भर है।
फादर जेम्स टोप्पो ने कहा कि इसी प्रकार की अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर लेखन की आवश्यकता आज बहुत ही जरूरी है।
प्रभाकर तिर्की ने अध्यात्मिक साधना को जीवन को साधने का माध्यम बताया और कहा कि आज़ के युग में अध्यात्म हर मनुष्य के जीवन का हिस्सा बनना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व टीएसी सदस्य रतन तिर्की ने किया और धन्यवाद ज्ञापन होफमैन ला एसोसियेट के निदेशक अधिवक्ता फा महेंद्र पीटर तिग्गा ने किया।