इजरायली बंधकों की जिंदगी को नर्क बनाने वाले हमास आतंकी अचानक पहुंचाने लगे दवा, मन परिवर्तन की क्या है वजह
दोहा । जो हमास आतंकी अब तक इजरायली बंधकों को प्रताड़ना देते रहे, जिन हमास आतंकियों ने बंधकों को घुट-घुट जीने को मजबूर किया, जिन हमास आतंकियों ने बंधकों की जिंदगी दुस्वार कर दी, जो हमास आतंकी बंधकों के दिलो-दिमाग में दहशत और आतंक का पर्याय बन गए थे और जिन आतंकियों ने बंधकों की जिंदगी को नर्क बना दिया था…अब वही आतंकी इजरायली बंधकों को दवा पहुंचा रहे हैं।
यह सुनकर आपको भी अपने कानों पर भरोसा नहीं हो रहा होगा। मगर यह दावा कतर की ओर से किया जा रहा है। बता दें कि कतर ने अब तक इजरायल और हमास युद्ध के बीच बड़ी मध्यस्थ की भूमिका निभाता आ रहा है। फिर चाहे बाद आंशिक युद्ध विराम की हो, बंधकों की रिहाई की हो या फिर गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों के सुरक्षित निकासी और उन्हें भोजन, पानी और दवा उपलब्ध कराने की। कतर इन सब मामले में बड़ी भूमिका निभाता आया है।
गाजा में लगभग 100 बंधकों को दवाएं पहुंचाना शुरू कर दिया
अब एक बार कतर के विदेश मंत्रालय फिर अपने दावे को लेकर चर्चा में है। कतर के अनुसारक हमास ने गाजा में लगभग 100 बंधकों को दवाएं पहुंचाना शुरू कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. माजिद अल-अंसारी ने मंगलवार शाम कहा कि हमास ने पुष्टि की है कि उसने गाजा पट्टी में फलस्तीनियों के लिए दवाओं और मानवीय सहायता के बदले बंधकों को दवाएं पहुंचाना शुरू कर दिया है। अगर ऐसा है तो यह इजरायली बंधकों के लिए सबसे बड़ी राहत है।
बंधकों को दवा पहुंचाने के लिए कतर ने की मध्यस्थता
गाजा में हमास आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की सहूलियत के लिए फ्रांस और कतर ने एक समझौता किया था। इसके बाद हमास आतंकी उन्हें दवा पहुंचाने पर सहमत हुए। ऐसा नहीं है कि हमास आतंकियों का बंधकों की दुर्दशा देखकर दिल पसीज गया हो, बल्कि यह सब एक समझौते का परिणाम है। बता दें कि कतर ने गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों बीमारों के लिए दवा की खेप पहुंचाने के लिए जनवरी में एक समझौते की मध्यस्थता की थी