निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ाने की कोशिश में जुटा अडानी ग्रुप
नई दिल्ली । अडानी पोर्ट्स (Adani Ports Share Price) एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के अन्य बॉन्ड वापस खरीदेगी। अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के गड़बड़ी व धोखाधड़ी के आरोप लगाने के बाद गौतम अडानी (Gautam Adani) का समूह निवेशकों के बीच विश्वास बढ़ाने की कोशिश में जुटा है और यह कदम उसी का हिस्सा है। बता दें, अडानी पोर्ट्स के शेयरों में बुधवार को 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है।
एपीएसईजेड ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि वह अपने नकदी भंडार का इस्तेमाल करके 2024 में देय 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बॉन्ड वापस खरीदेगी। बयान के अनुसार, कंपनी के निदेशक मंडल ने इसकी मंजूरी दे दी है। कंपनी को कुल 52 करोड़ डॉलर का भुगतान करना था, जिसमें से वह कुल बकाया का 30 प्रतिशत यानी 19.5 करोड़ डॉलर का भुगतान कर रही है। इसके बाद अब 32.5 करोड़ डॉलर बकाया रह जाएंगे। पुन:खरीद के लिए टेंडर 26 अक्टूबर तक खुली रहेगी।
मई में कंपनी ने 13 करोड़ डॉलर के बॉन्ड की पुन: खरीद की थी, जिससे बकाया राशि 65 करोड़ डॉलर से घटकर 52 करोड़ डॉलर हो गई थी। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था। इसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई थी। हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।