साहित्योदय में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव जन रामायण सप्ताह का हुआ समापन
रामनाम से बन जाते हैं बिगड़े सारे काम
RANCHI: अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय द्वारा विश्व के सबसे बड़े ऑनलाइन रामोत्सव जन रामायण सप्ताह का भव्य समापन हो गया।
इस मौके बतौर मुख्य अतिथि प्रख्यात गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने राम पर चर्चित गीत समय शिला पर सूर्यरश्मि से लिखा है जिसका नाम गाकर सबको मन्त्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने साहित्योदय के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि प्रियम ने पूरे विश्व को जोड़कर सनातन संस्कृति का अलख जगाया है। 15 से 22 जनवरी तक चले लश्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव जन रामायण सप्ताह में सैकडों लोगों ने अपनी कविता, गीत, भजन और नृत्य कला प्रस्तुति से प्रभु श्रीराम की ऑनलाइन आराधना की।
इसके साथ ही विभिन्न शहर, प्रदेश और विदेशों में साहित्योदय सदस्यों द्वारा राम मंदिर में भजन पूजन और दीपदान किया गया।
साहित्योदय अध्यक्ष पंकज प्रियम के संयोजन में ऑनलाइन काव्यार्चन में हर दिन एक नए सञ्चालक द्वारा कार्यक्रम संचालित किया गया।
उन्होंने राम नाम से बन जाते हैं बिगड़े सारे काम गाकर रामनाम का उद्घोष किया। उत्कृष्ट प्रस्तुति देने वालों को अयोजन के अंत मे साहित्योदय राम रत्न सम्मान दिया गया।
आयोजन को सफल बनाने में गणेश दत्त, सुरेंद्र उपाध्याय, किशोरी भूषण, रजनी शर्मा चंदा, अनामिका अनु, संजय करुणेश,
अजय सिन्हा, आभा सिन्हा, डॉ प्रियम्बदा मिश्रा, शोभा परासर, अर्चना पाठक, डॉ सुदेश चुघ, सरिता शुक्ला,
सुनीता बंसल इत्यादि लगातार सक्रिय भूमिका निभाते रहे।
गौरतलब है कि साहित्योदय द्वारा 2022 में प्रभु श्रीराम के सम्पूर्ण जीवन पर आधारित जन रामायण साझा महाकाव्य का प्रकाशन और अयोध्या में भव्य आयोजन कर विमोचन किया गया है।
इससे पूर्व 27 घण्टे तक अनवरत चले जन रामायण अखण्ड काव्यार्चन को वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया जा चुका है।
जन रामायण स्वयं में एक अनूठा और अद्भुत महाग्रंथ है जिसने घर-घर के पूजा स्थलों में अपना स्थान प्राप्त किया है।
जन रामायण को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास के महंत श्री कमल नयन दास और हनुमानगढ़ी के महंत श्रीराजुदास जी द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।