ब्लड शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए फॉलो करें ये 7 तरीके
आज के समय में डायबिटीज की समस्या बहुत से लोगों में देखने को मिलती है। डायबिटीज होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे खराब लाइफस्टाइल, पोषक तत्वों की कमी, तनाव और मोटापा।डायबिटीज होने पर शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट के साथ सही लाइफस्टाइल को भी फॉलो करें। डायबिटीज होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आते हैं जैसे अचानक वजन कम होना, भूख कम होना, पेशाब ज्यादा आना और थकान होना।
डायबिटीज को अगर समय पर कंट्रोल न किया जाएं, तो शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर की बताई दवाइयों का सेवन करना जरूरी होता है। साथ ही डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए कुछ तरीकों को भी फॉलो किया जा सकता हैं। यह तरीके जानने के बारे में हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
धूम्रपान न करें
डायबिटीज के जोखिम से बचने के लिए धूम्रपान हरगिज न करें। धूम्रपान से टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है और टांगों और पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे संक्रमण, अल्सर, दिल की बीमारी और आंख संबंधित समस्याओं का खतरा भी कई गुना बढ़ता हैं।
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें
डायबिटीज की तरह हाई ब्लड प्रेशर आपके ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कंट्रोल में रखें। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने के लिए कम वसा और कम नमक वाला खाना खाएं, अधिक शराब पीने से बचें और नियमित व्यायाम करें। ऐसा करने से उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती हैं।
आंखों की जांच कराएं
डायबिटीज के जोखिम से बचने के लिए आंखों की नियमित जांच कराना जरूरी होता है। डॉक्टर आंखों की जांच करते समय डॉक्टर रोगी के रेटिना क्षति, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा के लक्षणों की जांच करते हैं, जिससे आंखों की सही स्थिति बारे में पता चलता है।
दांतों का ख्याल रखें
मधुमेह के कारण आपको होने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में इस समस्या से बचाव के लिए दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें और साल में कम से कम दो बार दांतों की जांच कराएं। मसूड़ों से खून आना, लाल या सूजे हुए दिखते हैं, तो डैंटिस्ट को अवश्य दिखाएं।
पैरों पर ध्यान दें
हाई ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकती है और साथ ही पैरों की नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। इस समस्या से बचाव के लिए पैरों को गुनगुने पानी से धोएं। अपने पैरों को भिगोने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा ड्राई हो सकती है। पैरों और टखनों को लोशन या पेट्रोलियम जेली से मॉइस्चराइज रखें।
तनाव न लें
डायबिटीज रोगी को हेल्दी रहने के लिए तनाव हरगिज नहीं लेना चाहिए। तनाव ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के साथ शरीर को हानि पहुंचाता है। ऐसे में रोगी को कोशिश करनी चाहिए कि रात को 7 से 8 अवश्य सोएं, पॉजिटिव सोचें और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।
शराब पीने से बचें
शराब पीने से ब्लड शुगर लेवल कम या ज्यादा हो सकता है। ऐसे में डायबिटीज रोगी को हरगिज शराब नहीं पीना चाहिए। शराब पीने से डायबिटीज के साथ अन्य बीमारियों का जोखिम बढ़ता है, जो लोग इंसुलिन लेते है उन्हें शराब से बचना चाहिए।