गाजा में जंग थमने का अनुमान, इजरायल ने 2 महीने के युद्धविराम का दिया प्रस्ताव, हमास के आगे रखी ये शर्त
नई दिल्ली । इजरायल और हमास (Israel and Hamas)के बीच जारी खूनी जंग (bloody war)अब कुछ दिनों के लिए थम सकती है। इजरायल ने हमास को एक प्रस्ताव (Proposal)भेजा है जिसमें युद्ध (war)को 2 महीने के लिए रोकने की बात कही गई है। यह प्रपोजल कतर और मिस्र के जरिए भेजा गया, जो इस लड़ाई में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील में यह शर्त रखी गई है कि गाजा में बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा किया जाएगा। इजरायल के रक्षा विभाग से जुड़े दो अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। हालांकि, अब यह देखने वाली बात होगी क्या हमास के लड़ाके इसके लिए तैयार होते हैं या नहीं?
संसद में वित्त समिति की बैठक के दौरान प्रवेश कर गए
दरअसल, गाजा में हमास की ओर से बंधक बनाए गए दर्जनों इजरायलियों के परिवार वाले सरकार पर काफी दबाव डाले हुए हैं। ये लोग सोमवार को इजराइल की संसद में वित्त समिति की बैठक के दौरान प्रवेश कर गए। गुस्साए परिजनों ने कहा, ‘आप यहां बैठक नहीं सकते, जब बंधक वहां मर रहे हैं।’ इससे पहले रविवार की रात परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन जारी रखने के लिए यरूशलम में तंबू गाड़ लिए और तब तक वहीं रहने का संकल्प लिया, जब तक सरकार कुछ बंधकों को मुक्त कराने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती। बंधकों के रिश्तेदारों ने हाल के दिनों में अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। सरकार से अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए और अधिक प्रयास करने की मांग कर रहे हैं।
गाजा में इजरायली बमबारी में 50 लोग मारे गए
दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस में सोमवार को इजरायल ने भीषण बमबारी की जिसमें 50 फिलिस्तीनी मारे गए और कई अन्य लोग घायल हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। फिलिस्तीन के रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने मीडिया को बताया कि उसे आश्रय केंद्रों पर बमबारी के कारण विस्थापितों की मौतों और चोटों की रिपोर्ट मिली है। सोसाइटी ने कहा, ‘इजरायली टैंक अल-अमल अस्पताल के पास पहुंचे और जमीनी हमले के कारण खान यूनिस में हमारे दल के साथ हमारा संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। इजरायली बलों की ओर से उसके एम्बुलेंस केंद्र की घेराबंदी की गई और जो भी इधर-उधर जाने की कोशिश करता है, उसे निशाना बनाया गया। इसके कारण खान यूनिस में घायलों तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पा रही थी।