आज से सभी श्रद्धालुओं के लिए खुले जाएंगे राममंदिर के कपाट, ऐसे मिलेंगे रामलला के दर्शन
नई दिल्ली । अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi in Ayodhya)पर बने राममंदिर में रामलला के(Ramlala built in Ram temple) दर्शन की आम लोगों की अभिलाषा (Desire)आज से पूरी हो सकेगी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को सभी लोगों के लिए मंदिर के कपाट खुल रहे हैं। देशभर में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। राम मंदिर में रामलला की पूजा का विधान तय हो गया है। इसके लिए श्री रामोपासना नाम से संहिता बनाई गई है। नियम के तहत सुबह 3 बजे से पूजन और शृंगार की तैयारी हुई। 4 बजे रामलला को जगाया गया। रामलला को हर घंटे फल-दूध का भोग लगेगा। हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, इसे देखते हुए रामलला के दर्शन के लिए हर श्रद्धालु को 15 से 20 सेकंड का ही समय मिलेगा।
सुबह सात बजे से दर्शन शुरू होंगे
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट के मुताबिक, मंदिर को दर्शन के लिए सुबह और शाम साढ़े 9 घंटे खोला जाएगा। सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक दर्शन हो सकेंगे।
आरती के लिए बुकिंग करानी होगी
सुबह की आरती में शामिल होने के लिए पहले से बुकिंग करवानी होगी। शाम की आरती के लिए उस दिन भी बुकिंग हो सकती है। आरती में शामिल होने के लिए पास जारी किए जाएंगे। पास श्रीराम जन्मभूमि के कैंप ऑफिस से मिलेंगे। आरती शुरू होने से आधे घंटे पहले पास मिलेगा। श्रद्धालुओं को पास के लिए सरकारी आईडी प्रूफ साथ ले जाना होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर भी पास लिया जा सकता है।
मुफ्त पास जारी किया जाएगा
आरती पास सेक्शन के सूत्रों के अनुसार, श्रद्धालुओं को पास मुफ्त में जारी किया जाएगा। एक वक्त की आरती के लिए फिलहाल 30 लोगों को ही पास दिया जाएगा।
ऐप करेगा मदद
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने पर्यटन केंद्रित मोबाइल ऐप तैयार किया है, जिससे श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या भ्रमण आसान हो जाएगा। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसमें अयोध्या के प्रमुख स्थलों, परिवहन, मैप और रुकने के स्थानों की जानकारी होगी। ऐप की 3डी मैप सेवा भविष्य में शहर में अवस्थापना संबंधी हो रहे बदलाव को दिखाएगी। ऐप के अयोध्या के विभिन्न मंदिरों के वर्चुअल दर्शन भी कर सकेंगे।
प्रथम तल पर श्रीराम दरबार
मंदिर में पूर्वी दिशा से प्रवेश और दक्षिण दिशा से निकासी होगी। मुख्य मंदिर के लिए 32 सीढ़ियां चढ़नी होंगी। मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप (श्रीरामलला सरकार का विग्रह) तथा प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा। दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। वहां जटायु प्रतिमा की स्थापना की गई है।
न्यूयार्क तक राम की गूंज
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अमेरिका समेत कई देशों में राम नाम की गूंज रही। अमेरिका में न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित टाइम्स स्क्वायर सहित देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। मैक्सिको में भी एक नए राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई। कैरेबियाई देश त्रिनिदाद-टोबैगो में हजारों की संख्या में लोगों ने एकत्रित होकर दीप प्रज्वलित किए। कनाडा, मॉरीशस में भी लोग मगन नजर आए।
कुबेरेश्वर महादेव मंदिर के भी दर्शन कर सकेंगे
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर नवरत्न टीला व उस पर स्थित कुबेरेश्वर महादेव मंदिर का भी जीर्णोद्धार हो गया। इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भगवान का पूजन कर किया। अब यहां भी आम श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ होगा। ब्योरा P20
पूरे देश में मनी दिवाली
500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद सोमवार को रामलला अपने नए दिव्य और अलौकिक भवन में प्राण प्रतिष्ठित हो गए। इसी के साथ पूरा देश राममय हो गया। दिन भर उत्सव का माहौल मठ -मंदिरों और लोगों के घरों में रहा, शाम होते ही रामनगरी रोशन हुई तो रामोत्सव का उल्लास चर्मोत्कर्ष पर पहुंच गया। आतिशबाजी कर दिवाली मनायी।