खेल मंत्री, हफीजुल हसन ने किया 67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ

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67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 का रांची के खेलगांव में हुआ भव्य आगाज
 अंडर 14 बालक-बालिका वर्ग फुटबॉल प्रतियोगिता से हुई 67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 की शुरुआत

67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 के तहत रांची को मिली है 6 खेलो की मेजबानी

RANCHI: आज रांची के खेलगांव स्थित भगवान् बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में 67वी राष्ट्रिय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 का भव्य आगाज हुआ।

इस आयोजन का उद्घाटन झारखंड सरकार में माननीय खेलकूद एवं युवा कार्य मंत्री श्री हफीजुल हसन ने किया।

इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में  मंत्री के अलावा खेल विभाग के निदेशक  सुशांत गौरव, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक  सुनील कुमार,

राज्य शिक्षा परियोजना परिषद की निदेशक श्रीमती किरण कुमारी पासी, राज्य शिक्षा परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा,

झारखंड फुटबॉल संघ के अध्यक्ष  गुलाम रब्बानी, राज्य शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन सोरेंग, राज्य ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष  शिवेंदु दुबे, एसजीएफआई की क्षेत्र समन्वयक श्रीमती कनक चक्रधर शामिल हुए।

रंगारंग एवं भव्य आगाज, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समा

67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 के उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समा बांध दिया।

राष्ट्रीय कला उत्सव में संथाली लोक नृत्य में द्वितीय पुरस्कार जीतने वाली पूजा मुर्मू और छउ लोक नृत्य में प्रथम स्थान हासिल करने वाले विकास महली ने लोक नृत्यों के माध्यम से सबका दिल जीत लिया।

देशभक्ति की धुन में कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियों ने दिया एकता और अखंडता का संदेश

उद्घाटन समारोह में कस्तूरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय की 150 बच्चियों ने सामूहिक रूप से देशभक्ति की धुन में मनमोहक प्रस्तुति देकर एकता और अखंडता का संदेश दिया। बच्चियों ने ‘वंदे मातरम्, तेरी मिटटी’ जैसे गीतों पर राष्ट्रध्वज लिए हुए शानदार प्रस्तुति दी।

लेजर शो और आतिशबाजी ने बधाई भव्यता

उद्घाटन समारोह की भव्यता शानदार आतिशबाजी और लेजर शो ने बढ़ा दी। देशभक्ति के संगीतो पर आधारित लेजर शो ने लोगो का ध्यान जमकर आकर्षित किया।

लेजर शो के साथ हुई भव्य आतिशबाजी का उद्घाटन समारोह में मौजूद दर्शको ने जमकर लुत्फ़ उठाया।

अन्य क्षेत्रों के साथ साथ खेल में भी झारखंड बने अग्रणी राज्य

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए माननीय खेलकूद एवं युवा कार्य मंत्री  हफीजुल हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री  हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में नयी खेल नीति लागू की गयी है।

हम सभी का प्रयास है कि हम अन्य क्षेत्रों के साथ साथ खेल में भी झारखंड को अग्रणी राज्य बनाये।

इसके लिए राज्य में पहली बार स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा स्कूली शिक्षा में खेलकूद को अभिन्न अंग मानकर शामिल किया गया है।

राज्य में 850 शारीरिक शिक्षकों की पदस्थापना हुई है तथा इन्हे लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

विद्यालय से लेकर राज्य स्तर तक बच्चो के अंदर भविष्य में ओलिंपिक की संभावनाओं को तराशने के लिए ‘खेलो झारखंड’ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

हफीजुल हसन ने कहा कि सभी उत्कृष्ट 80 विद्यालयों एवं 325 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालयों में गुणवक्तापूर्ण शिक्षा के साथ साथ खेलकूद के लिए भी बच्चो की प्रतिभाओ को निखारा जा रहा है।

अबतक 67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 के विभिन्न स्पर्धाओं में झारखंड को 48 पदक मिले है।

इनमे 12 स्वर्ण, 15 रजत और 21 कांस्य पदक शामिल है। यह अत्यंत हर्ष की बात है। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विशवास है कि इस प्रतियोगिता में झारखंड की झोली में 100 से अधिक पदक आएंगे।

उन्होंने कहा कि आज खेल प्रतिभा को निखारने के लिए पंचायत, ब्लॉक, जिला से लेकर राज्यस्तर तक काम किया जा रहा है।

प्रत्येक ब्लॉक में उच्च गुणवक्ता वाले खेल के मैदानों का विकास, खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति देना, खिलाड़ियों को पेंशन एवं बीमा योजना का लाभ देना , इत्यादि विषयो पर लगातार काम हो रहा है।

राज्य में अंतराष्ट्रीय स्तर की तैयारी के लिए डे बोर्डिंग, खेल विद्यालय केंद्र, आवासीय खेल विकास केंद्र, एकलव्य खेल अकादमी तथा खेल विश्वविद्यालय की स्थापना योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है।

हफीजुल हसन ने कहा कि राज्यस्तर की द्वितीय, तृतीय व् चतुर्थ वर्ग की नौकरियों में झारखंड के खिलाड़ियों के लिए सीधी भर्ती कि व्यवस्था की गयी है।

नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण के साथ साथ खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को सम्मान राशि भी दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि झारखंड की माटी हमेशा से ही खेल प्रतिभा की धनी रही है। यहाँ आकर विभिन्न राज्यों से आये खिलाड़ियों से मिलकर अभिभूत हूँ।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए माननीय निदेशक, खेलकूद विभाग,  सुशांत गौरव ने कहा कि आयोजन में भाग लेने वाले बच्चे भले ही कम उम्र के हो, मगर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है।

उन्होंने कहा कि अच्छी पर्सनालिटी के लिए पढ़ाई के साथ साथ खेल व् अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियां भी जरूरी है।

अनुशासन और परिस्थिति का इस्तेमाल कर एक दूसरे के संस्कृतियों को जानने का यह सुनहरा मौका है।

उन्होंने कहा कि 67वी राष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 की मेजबानी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और उत्कृष्ट खेल भावना को प्रेषित करने का मंच है।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए माननीय निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, सुनील कुमार ने कहा कि सरकार स्कूली खेलो पर विशेष ध्यान दे रही है।

राज्य शिक्षा परियोजना की पूरी टीम ने आयोजन को राष्ट्रव्यापी आयाम दे दिया है। यह सराहनीय है। छात्रों को प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।

उन्होंने कहा कि सिर्फ जीतना ही नही, खेलो में भाग लेना भी एक खिलाडी के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने दुष्यंत कुमार की कविता की पंक्ति ” कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…” कहकर मौजूद प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए  निदेशक, राज्य शिक्षा परियोजना परिषद, श्रीमती किरण कुमारी पासी ने कहा कि 67वी राष्ट्रिय स्कूली खेल प्रतियोगिता 2023-24 की मेजबानी का अवसर मिलना गर्व की बात है।

हम सब मिलकर बेहतर व्यवस्था के साथ कार्यक्रमो का संचालन करेंगे। यह राज्य खेल और खिलाड़ियों के लिए जाना जाता है। राष्ट्रीय हॉकी टीम में हमारे युवाओ का अहम स्थान रहता है।

वर्षो से स्कूली साक्षरता एवं शिक्षा विभाग द्वारा ‘खेलो झारखंड’ का आयोजन होता आ रहा है।

स्कूल से लेकर राज्य स्तर तक प्रतियोगिताओ का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि अभी तक राष्ट्रीय  स्कूली खेल प्रतियोगिता में हमने 48 पदक जीते है, यह क्रम आगे भी बढ़ता रहेगा यही शुभकामनाएं है।

स्कूल विभाग द्वारा खेल की महत्वता को स्वीकार किया गया है। एनईपी में खेल पर भी फोकस किया गया है।

श्रीमती किरण पासी ने कहा कि स्कूलों में ड्राप आउट रोकने के लिए भी यह अच्छा प्रयास है, खेलकूद आदि गतिविधियों का लगातार आयोजन होना चाहिए।

इसके लिए विभाग लगातार बेहतर स्पोर्ट्स सुविधाएं दे रहा है। योगमय झारखंड के अंतर्गत योगा को भी झारखंड के स्कूलों में शामिल किया गया है।

हफ्ते में एक दिन योगमय झारखंड के तहत एक दिन का योगा कार्यक्रम करवाया जाता है।

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