मोहम्मद मुइज्जू ने फिर दिखाई अपनी अकड़, भारतीय सैनिकों को मालदीव छोड़ने की दी डेडलाइन
नई दिल्ली । मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने यहां से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए डेडलाइन दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के अधिकारी 15 मार्च तक मालदीव छोड़ दें। बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर चीन गए मुइज्जू हाल ही में बीजिंग से लौटे हैं।
Maldivian President Mohamed Muizzu asked India to withdraw its military personnel from the archipelago by March 15 pic.twitter.com/xzaBpG12D6
— iMALIK (@thisisimalik) January 14, 2024
मालदीव में 88 भारतीय सैनिक
राष्ट्रपति कार्यालय के पब्लिक पॉलिसी सेक्रेटरी अब्दुल्ला नाजिम इब्राहिम ने कहा कि भारतीय सेना के अधिकारी मालदीव में नहीं रह सकते हैं। यह राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और उनके प्रशासन की नीति है। जानकारी के अनुसार मालदीव में फिलहाल भारत के 88 सैनिक मौजूद हैं। मुइज्जू ने यहां राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ते हुए इंडिया आउट अभियान चलाया था।
चीन के मित्र माने जाते हैं मुइज्जू
मुइज्जू ने करीब दो महीने पहले भी भारतीय सैनिकों की वापसी की बात कही थी लेकिन अब उन्होंने इसकी आखिरी तारीख भी बता दी है। इसके पीछे उनका कारण यह सुनिश्चित करना है कि मालदीव की जमीन पर विदेशी सेना की कोई मौजूदगी न रहे। मोहम्मद मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है और उसके साथ भी भारत के संबंध सामान्य नहीं हैं।
हाई लेवल कोर ग्रुप की मीटिंग
सैनिकों की वापसी पर बातचीत करने के लिए दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय कोर ग्रुप भी गठित किया गया है। इस ग्रुप की पहली बैठक बीते दिनों मालदीव की राजधानी माले में स्थित विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में हुई थी। भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर भी इस बैठक में शामिल हुए थे। भारतीय सैनिकों की मालदीव से वापसी मुइज्जू का एक बड़ा चुनावी वादा था।