मोदी सरकार ने बेचा रिकॉर्ड 12 टन सोना, गोल्ड बॉन्ड के लिए टूट पड़े निवेशक
नई दिल्ली । मोदी सरकार (Modi government)का सस्ता सोना यानी सॉवरने गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond)की इस बार रिकॉर्ड बिक्री (record sales)हुई है। इसमें इन्वेस्टमेंट (investment)को लेकर आम लोगों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सॉवरने गोल्ड बॉन्ड की जारी तीसरी सीरीज में निवेशकों ने रिकॉर्ड खरीदारी की है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, इस सीरीज में 1 करोड़ 21 लाख 06 हजार 807 ग्राम (12.11 टन सोने के बराबर) की खरीदारी की गई, जो किसी भी सीरीज में सर्वाधिक है। यह सीरीज 18 से 22 दिसंबर 2023 के बीच जारी हुई थी, जो 66वां सॉवरने गोल्ड बॉन्ड था। इसका मूल्य 6,199 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया था।
इससे पहले सबसे ज्यादा 1 करोड़ 16 लाख 73 हजार 960 ग्राम सोने (11.67 टन सोने के बराबर) की खरीदारी 65वें सॉवरने गोल्ड बॉन्ड के लिए हुए थी। यह मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी सीरीज थी, जो 20 सितंबर 2023 को जारी की गई थी।
इसलिए बढ़ा आकर्षण
दिसंबर 2017 में जारी देश के पहले सॉवरने गोल्ड बॉन्ड से मिले शानदार मुनाफे ने निवेशकों को उत्साहित किया है। पहले बॉन्ड में निवेशकों को 157 फीसदी से ज्यादा का कुल रिटर्न और 12 फीसदी से ज्यादा का वार्षिक रिटर्न मिला था। वहीं, परिपक्वता अवधि पूरी होने से पहले सॉवरने गोल्ड बॉन्ड को बेचने से होने वाला मुनाफा भी करीब 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे रहा है।
सोने की कीमतों में उछाल
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने के दाम में तेजी बरकरार रहने की संभावना ने भी निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड में निवेश के लिए प्रेरित किया है। तीसरी सीरीज के आने से पहले सोने की कीमतें 4 दिसंबर 2023 को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने सर्वकालिक स्तर पर पहुंच गई थी। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें 2024 के अंत तक घरेलू बाजार में 70 हजार के स्तर को पार कर सकती हैं।
अब तक 134 टन की खरीदारी
आररबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जनवरी 2024 तक कुल 13 करोड़ 41 लाख 75 हजार 808 ग्राम (134.17 टन सोने के बराबर) सॉवरने गोल्ड बॉन्ड की खरीद हुई है। इसमें पहले बॉन्ड की खरीदारी का आंकड़ा शामिल नहीं है, क्योंकि यह बॉन्ड 30 नवंबर 2023 को परिपक्व हो गया। इस सीरीज के लिए 0.91 टन सोने के बराबर बिक्री हुई थी।
क्या है गोल्ड बॉन्ड
यह सरकार की ओर से जारी निवेश पत्र (बॉन्ड) है। यह सोने में निवेश का विकल्प है। इसे सरकार की ओर से रिजर्व बैंक जारी करता है। इसकी खरीदारी म्यूचुअल फंड की तरह यूनिट में की जाती है। इसे बेचने पर सोना नहीं बल्कि उस समय उसके मौजूदा मूल्य के आधार पर राशि मिलती है। इसमें न्यूनतम एक ग्राम सोने के बराबर राशि निवेश कर सकते हैं।
शीर्ष-10 सॉवरने गोल्ड बॉन्ड
66वां बॉन्ड : 12.11 टन
65वां बॉन्ड : 11.67 टन
64वां बॉन्ड : 7.77 टन
42वां बॉन्ड : 6.35 टन
50वां बॉन्ड : 5.32 टन
41वां बॉन्ड : 4.13 टन
6वां बॉन्ड : 3.60 टन
63वां बॉन्ड : 3.53 टन
55वां बॉन्ड : 3.52 टन
61वां बॉन्ड : 3.36 टन