'राम इतने नग्न नहीं, वो मर्यादा के प्रतीक हैं'; प्रभु को मांसाहारी बताने वालों पर बोले धीरेंद्र शास्त्री
नई दिल्ली । बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham)के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भगवान राम (lord ram)को मांसाहारी (carnivorous)बताने वालों पर निशाना (Target)साधा है। जी न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने सनातन धर्म, राम मंदिर और प्रभु श्रीराम को लेकर कई सारे सवालों के जवाब दिए। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारा सनातन धर्म अहिंसा को परम धर्म बताता है। मगर, जब इंसान ही नहीं बचेगा तो धर्म की रक्षा कौन करेगा। इसलिए हमने सिर्फ यह कहा है कि हमें विवाद नहीं, संवाद चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आप हमारी आस्था को मिटाने का प्रयास नहीं करेंगे। हम आपकी आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे और आपको भी हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।’
धीरेंद्र शास्त्री से पूछा गया कि क्या कोई लकीर खींची जानी चाहिए कि बस इससे ज्यादा नहीं होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘संसार नहीं रुक रहा है। वैज्ञानिक भी कहते हैं कि ब्रम्हांड का विस्तार हो रहा है। ऐसे में लकीर नहीं खींची जा सकती है।’ धीरेंद्र शास्त्री से पूछा गया कि कुछ अपने ही धर्म के लोग भगवान राम को मांसाहारी बता रहे हैं। आप ऐसे लोगों को क्या कहेंगे? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि इन लोगों को ही ठिकाने लगाना है। इसीलिए हिंदू राष्ट्र चाहिए। बागेश्वर धाम के महंत ने कहा, ‘प्रभु की ऐसा छवि नहीं है जैसी वो बता रहे हैं। भगवान राम इतने नग्न नहीं हैं जितने वो बोल रहे हैं। वो मर्यादा के प्रतीक हैं। टिप्पणी करने वाले पहले हमारे शास्त्रों व वेदों को पढ़ें और उनमें से उत्तर निकालें।’
सदियों तक कोई आंख उठाकर नहीं देखेगा: धीरेंद्र शास्त्री
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की नई मूर्ति स्थापित किए जाने पर भी धीरेंद्र शास्त्री ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर में रामलला की मौजूदा और नई प्रतिमा दोनों विराजमान होंगी। बड़े विग्रह का दर्शन लोग दूर से कर पाएंगे। साधु-संतों की सहमति से यह फैसला लिया गया है। इतना बड़ा मंदिर है तो सरकार का विग्रह भी भव्य होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह आध्यात्मिक दृष्टि भी है। छोटे वाले ठाकुर जी ज्यादा मार नहीं कर रहे थे। अब बड़े वाले ठाकुर रहेंगे तो सदियों तक कोई आंख उठाकर नहीं देखेगा।’
शिकार करके खाते थे भगवान राम: एनसीपी नेता
गौरतलब है कि एनसीपी (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को मांसाहारी बताया था। हालांकि, इस पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने माफी मांग ली। आव्हाड ने कहा, ‘अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। वे चुनाव के लिए श्रीराम को ला रहे हैं, लेकिन हमारे राम हमारे दिलों में हैं।’ इसस पहले उन्होंने कहा था कि राम हमारे हैं, बहुजनों के हैं। भगवान राम शिकार करके खाते थे। हम भी श्री राम के आदर्शों पर चल रहे हैं। राम को आदर्श बताकर लोगों पर शाकाहारी खाना थोपा जा रहा है।