स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ 

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योग’ एक प्राचीन भारतीय ध्यान प्रक्रिया है जो शरीर, मन और आत्मा को एकजुट करने का काम करती है।

दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 का थीम योग – स्वयम् और समाज के लिए हैं 

RANCHI: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा बिरसा मुंडा फन पार्क, जेल मोड़, रांची में दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया।

मौके पर विधायक सी0पी0 सिंह, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, उपायुक्त राँची राहुल कुमार सिन्हा, अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखण्ड आलोक त्रिवेदी,

संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विद्यानंद शर्मा पंकज, निदेशक आयुष सीमा कुमारी उदयपुरी, निदेशक प्रमुख डा0 सी0के0 शाही,

उपनिदेशक डा0 लाल मांझी, जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डा0 सच्चिदानंद सिंह ने योगा कार्यक्रम में भाग लिया।

योग’ एक प्राचीन भारतीय ध्यान प्रक्रिया है जो शरीर, मन और आत्मा को एकजुट करने का काम करती है।

योग का इतिहास करीबन 5000 साल पुराना है और यह प्राचीन भारतीय दर्शन में मन और शरीर के अभ्यास के रूप में जाना जाता है।

योग की विभिन्न शैलियाँ शारीरिक मुद्राएँ, साँस लेने की तकनीक और ध्यान या विश्राम को जोड़ती हैं।

योग का महत्व देखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र ने प्रत्येक वर्ष 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस‘ मनाने का निर्णय लिया है।

दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 का थीम योग – स्वयम् और समाज के लिए हैं ।

डा0 अर्चना कुमारी, योग प्रशिक्षक, राज्य योग केन्द्र, आयुष निदेशालय, झारखण्ड सरकार के द्वारा बन्ना गुप्ता,  मंत्री, स्वास्थ्य चि0 शि0 एवं प0 कल्याण विभाग, विधायक सी0पी0 सिंह, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, उपायुक्त राँची राहुल कुमार सिन्हा, अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखण्ड आलोक त्रिवेदी, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विद्यानंद शर्मा पंकज,

निदेशक आयुष सीमा कुमारी उदयपुरी, निदेशक प्रमुख डा0 सी0के0 शाही, उपनिदेशक डा0 लाल मांझी, जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डा0 सच्चिदानंद सिंह, सभी पदाधिकारीगण तथा हजारोें की संख्या में योग प्रतिभागियों को योगाभ्यास कराया।

डा0 अर्चना कुमारी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, जिसमें हम Masslevel पर मिलकर एक साथ योगभ्यास करते हैं, ताकि हम प्रेरित सके।

और प्रण ले सकें कि योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे।

स्वास्थ्य ही धन है “ Health is wealth” तो आज हम अपने wealth को बचाने के लिए संकल्पित हो कि योग को अपने जीवन का एक अविच्छिन अंग बनायेंगे, क्योंकि एक स्वस्थ्य व्यक्ति ही स्वस्थ परिवार का निर्माण कर सकता है, एक स्वस्थ परिवार स्वस्थ समाज का और स्वस्थ समाज एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।

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